ऋषिकेश, उत्तराखंड में बेलगाम होती अफसरशाही का क्या हाल है इसका जीता जागता उदाहरण मिला विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा बुलाई गई सभी विभागों की समीक्षा बैठक में जिसमें विभागों के अधिकारी नदारद रहे जिससे नाराज होकर विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक स्थगित कर दी ।
उत्तराखंड में अफसरशाही बेलगाम हो चुकी है सचिवालय से लेकर जिला मुख्यालय में अधिकारी ना तो जनप्रतिनिधियों की सुनते हैं और ना ही आप लोगों की, हाल यह है कि उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष द्वारा ऋषिकेश में बुलाई गई समीक्षा बैठक में कई विभागों के अधिकारी नहीं पहुंचे जिसके चलते विधानसभा अध्यक्ष भड़क गए और उन्होंने समीक्षा बैठक को निरस्त कर दिया और देहरादून डीएम से तुरंत संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई करने का आदेश दे दिया।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चांद अग्रवाल ने खुद फ़ोन कर बहुत से अधिकारीयों से उनके न पहुंचने की वजय भी पूछी, विधानसभा अध्यक्ष ने साफ़ कहा है की इस तरह का हाल अब बर्दाश नहीं किया जायेगा। गौरतलब है कि ऋषिकेश नगर पालिका सभागार में विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सभी प्रमुख विभागों की एक समीक्षा बैठक आहूत की गई थी जिसमें पेयजल, चिकित्सा, प.ङबलू.ङी जैसे कई विभागों को अपने कार्यों का ब्यौरा देना था लेकिन अधिकारियों के ना पहुंचने से समीक्षा बैठक मजाक बनकर रह गई।
तुरंत निरस्त कर अधिकारियों के खिलाफ लापरवाही बरतते और निर्देश ना मानने पर कार्यवाही करने की बात की गई।उत्तराखंड की अफसरशाही में किसी भी प्रकार का जनप्रतिनिधियों का डर नहीं रह गया है, अफसर बेलगाम होकर कार्य कर रहे हैं जिसका खामियाजा उत्तराखंड की जनता को समय समय पर उठाना पड़ता है ना तो इस पर मुख्य सचिव के निगाहें है और ना ही सरकार इस पर ठोस कदम उठा पा रही है।