विकासनगर/चकराता, कालसी ब्लाक की डिमऊ पंचायत के कोटा मजरे में ऊर्जा निगम की लापरवाही के चलते पिछले पांच दिनों से अंधेरा पसरा हुआ है। दो दर्जन से अधिक परिवार परेशानी झेल रहे हैं। गांव को विद्युत आपूर्ति करने वाले ट्रांसफार्मर से मजरे तक जाने वाली बिजली की तार टूटकर जमीन पर गिर गई है। ग्रामीण कई बार निगम अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बिजली आपूर्ति बाधित होने से 30 अक्टूबर से मनाए जाने वाले ग्यास पर्व के भी फीके रहने की आशंका है।
जौनसार-बावर परगना में ऊर्जा निगम की लापरवाही से अक्सर ग्रामीण कई अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। लाइन में तकनीकी खराबी आने, लाइन क्षतिग्रस्त हो जाने या ट्रांसफार्मर फुंक जाने के बाद बाधित बिजली आपूर्ति को सुचारु करने के लिए निगमकर्मी कार्रवाई नहीं करते। इन दिनों निगम की लापरवाही का खामियाजा कालसी ब्लाक की डिमऊ पंचायत अंतर्गत कोटा मजरे के दो दर्जन परिवार झेल रहे हैं। पांच दिन पूर्व मजरे को ट्रांसफार्मर से जाने वाली बिजली की तार टूट गई थी, जिसे निगम कर्मियों ने ठीक नहीं किया।
स्थानीय बाशिंदे प्रताप सिंह, धन सिंह, पूर्ण सिंह, गजेंद्र सिंह, मुन्ना सिंह ने बताया कि तार टूटने की सूचना निगम अधिकारियों को पांच दिन पूर्व ही दी थी, लेकिन अभी तक क्षतिग्रस्त लाइन की मरम्मत करने ऊर्जा निगम का कोई भी कारिंदा गांव में नहीं आया है। इन दिनों ग्रामीण 30 अक्टूबर से शुरू होने वाले ग्यास पर्व की तैयारियां कर रहे हैं। ऐसे में पर्व के भी फीके रहने की आशंका है। उधर, ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता एसके गुप्ता ने बताया कि संबंधित एसडीओ को क्षतिग्रस्त लाइन की मरम्मत करने के निर्देश दे दिए गए हैं। शीघ्र ही आपूर्ति सुचारु कर दी जाएगी।