गोपेश्वर, चमोली जिले के गैरसैण विकास खंड के स्यूंणी मल्ली गांव के ग्रामीण सड़क की मांग पूरी न होने पर लोकसभा चुनाव बहिष्कार पर अड़े हुए हैं। ग्रामीणों को मनाने के लिए अधिकारियों का एक दल स्यूंणी गांव पहुंचा था। जहां उन्होंने ग्रामीणों से चुनाव बहिष्कार न करने की अपील की, लेकिन ग्रामीण इस बात पर डटे रहे कि यदि 10 अप्रैल तक सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं होता है तो 11 अप्रैल को मतदान नहीं करेंगे।
वर्ष 2017 में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री सिंह त्रिवेंद्र रावत ने आगर चट्टी से स्यूणी गांव तक की छह किमी सड़का शिलान्यास किया था, लेकिन सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। इससे ग्रामीण नाराज हैं। ग्रामीणों से वार्ता करने के लिए ब्रीडकुल के अभियंता और जोनल मजिस्ट्रेट के प्रतिनिधि लोनिवि के सहायक अभियंता ललित हरबोला, पीएमजीएसवाई के सहायक अभियंता अमित नेगी, अवर अभियंता ब्रीडकुल गौरव कुमार शाह, बीएलओ रमेश चंद्र स्यूंणी मल्ली गांव पहुंचे थे।
अधिकारियों ने ग्रामीणों से चुनाव बहिष्कार न करने की सलाह देते हुए आश्वासन दिया कि चुुनाव संपन्न होने के बाद शीघ्र ही सड़क निर्माण प्रकिया शुरू हो जायेगी, लेकिन ग्रामीणों ने कहा 10 अप्रैल तक सड़क निर्माण कार्य शूरू होने के बाद ही 11 अप्रैल को मतदान करेंगें।
इस दौरान संघर्ष समिति के अध्यक्ष जमनसिंह, बिष्ट, गांव की प्रधान लीला देवी, ममंद की अध्यक्ष लीलावती, सामाजिक कार्यकर्ता ध्यान सिंह बिष्ट, जसवंत बिष्ट, राजेंद्र सिंह बिष्ट आदि ग्रामीण मौजूद थे।
पीएमजीएसवाई के सहायक अभियंता अमित नेगी का कहना है कि प्रस्तावित सड़क की टेक्नीकल बीट को स्वीकृति मिल गई है, लेकिन आचार संहिता के कारण अग्रीम कार्रवाई नहीं हो पायी है। आचार संहिता समाप्त होने के बाद सड़क निर्माण की अन्य प्रक्रिया पूर्ण कर सड़क निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।