सीमावर्ती गांव को जोड़ने वाला जोशीमठ-नीती घाटी मोटर मार्ग 13 दिन से तमक नाले के पास पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण बंद है। इससे इस घाटी में रहने वाले दर्जनों गांव के ग्रामीण फंसे हुए हैं। लोग सड़क मार्ग को सुचारू करने और फंसे ग्रामीणों को निकालने की मांग करते हुए सोमवार को जोशीमठ तहसील प्रागंण में प्रदर्शन कर आमरण अनशन पर बैठ गए हैं।
अगर मोटर मार्ग सुचारू नहीं हुआ तो तमक से ऊपर के दर्जन भर से अधिक गांवों में खाद्यान्न का संकट भी पैदा हो सकता है। कुछ लोग तो ऐसे हैं जो नीती घाटी में 15 अगस्त पर होने वाले आयोजन के लिए यहां पहुंचे थे। वे लोग भी यहीं फंस गये है। हालांकि बीआरओ, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, प्रशासन लोगों को बाहर निकाले की हर संभव प्रयास कर रहा है। ग्रामीणों ने शनिवार को एसडीएम जोशीमठ को ज्ञापन भी दिया था। इसमें सड़क न खुलने पर आमरण अनशन शुरू करने की चेतावनी दी गई थी।
आमरण अनशन पर बैठे पूर्व प्रमुख ठाकुर राणा का कहना है कि यह मार्ग सीमा क्षेत्र को जोड़ता है। 13 दिन में भी सड़क ठीक नहीं की जा सकी है। जब तक संचार सेवा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, रसद सामग्री की व्यवस्था नहीं की जाती है तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा। इस मौके पर प्रधान कोषा लक्ष्मण सिंह रावत, क्षेत्र पंचयात प्रवेंद्र भंडारी, सतेन्द्र सिंह राणा, पूर्व प्रधान राज मति देवी, प्रेम सिंह बुटोला, लीला देवी, रूपा देवी, विद्या देवी, लक्ष्मी देवी, लक्ष्मण सिंह बुटोला, नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह पंवार, हरीश भंडारी आदि मौजूद थे।