देहरादून। उत्तराखण्ड में अगले 24 घंटे में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। रविवार से हो रही तेज बारिश का दौर सोमवार को भी जारी है, जिससे प्रदेश के नदी नाले उफान पर हैं। चमोली में अतिवृष्टि से जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। तीर्थयात्रा पर जा रहे यात्री जगह-जगह हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट के बाद प्रशसनिक स्तर पर पूरी एहतियात बतरी जा रही है।
उत्तराखंड में चमोली में रविवार रात से सोमवार सुबह तक जारी बारिश से हाईवे पर कई जगह मलबा आ गया है। इसके कारण बदरीनाथ और हेमकुंड यात्रा धीमी पड़ गई है। तीर्थयात्रा पर जा रहे यात्री जगह-जगह हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं। हाईवे बाजपुर, कौड़िया, लामबगड़ और कंचनगंगा में अवरुद्ध है। जिले में भूस्खलन के कारण संपर्क मोटर मार्ग बंद हो गए हैं। ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर यातायात सामान्य रूप से चल रहा है। वहीं केदारनाथ यात्रा जारी है।
चमोली में तीन के शव मिले
चमोली जिले के घाट क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि से क्षेत्र के तीन अलग-अलग स्थानों में जनहानि से बांजबगड़ में दबी मां-बेटी का शव बरामद कर लिया गया है। वहीं आली गांव में दबी युवती का शव भी बरामद किया गया है। इधर लांखी गांव में मकान के ध्वस्त होने के बाद तीन लोगों के दबे होने की आशंका क्त की जा रही है।
आपदा परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार घाट क्षेत्र के बांजबगड में मकान के ध्वस्त होने के बाद उसमें मां और बेटी दब गये थे, जिनका शव बरामद किया गया है। इनकी पहचान रूपा देवी पत्नी अब्बल सिंह और उनकी नौ माह की पुत्री चंदा के रूप में हुई। क्षेत्र के आली गांव में मकान टूटने से 21 वर्षीय नौरती पुत्री नौनू की मौत हो गई। साथ ही चार दर्जन के करीब पशु का भी नुकसान हआ है। वहीं इस घटना में मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
बिंदाल और रिस्पना नदियों में बढ़ा पानी
सोमवार को देहरादून सहित प्रदेश भर में लगातार हो रही बारिश से शहर के बिंदाल और रिस्पना नदियों में एकाएक पानी बढ़ गया, जिससे नदी तट पर रहने वालों का जीवन खतरा में पड़ गया है। बारिश के चलते जिले के 17 ग्रामीण मोटर मार्ग बाधित हैं, जिसे खोलने का कार्य जारी है। देहरादून के मन्दाकिनी विहार में भारी बारिश के कारण आवासीय भवनों में पानी घुसने की सूचना पर मसूरी विधायक गणेश जोशी ने एसडीएम सदर कमलेश मेहता के साथ मौके पर जाकर निरीक्षण किया और प्रशासन को तत्काल प्रभावित लोगों को राहत दिये जाने को निर्देशित किया।
केदारनाथ राष्ट्रीय राज मार्ग बाधित
ऋषिकेश केदारनाथ राष्ट्रीय मार्ग पर (एनएच 107) पर मलवा आने से मार्ग बाधित है, जबकि सोनप्रयाग केदारनाथ मार्ग पैदल यात्रियों के लिए चालू है। रूद्रप्रयाग जिले में कुल 04 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है, जिसे खोलने का कार्य जारी है। बागेश्वर में 11 ग्रामीण मोटर मार्ग और पिथौरागढ़ में एक राज्य और 11 ग्रामीण मार्ग और नैनीताल में दो मार्ग बाधित है। ऋषिकेश गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग(एनएच 108) गंगोत्री और युमनोत्रि मार्ग एनएच 94 जानकरीजट्टी तक जाने के लिए छोटे बड़़े वाहनों के लिए तक खुला है, जबकि चमोली जिले में 29 मोटर मार्ग और पौड़ी में चार ग्रामीण मोटर मार्ग और टिहरी में चार ग्रामीण मार्ग बंद पड़े है। इन सभी मार्गो को खलने का कार्य जारी है।
मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में राजधानी देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चमोली, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग तथा पिथौरागढ़ में अगले 24 घंटों के दौरान कई चमक और तेज बौछार के साथ भारी बारिश होने की संभावना हैं। जबकि हरिद्वार, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़ और उधमसिंह नगर में भी बारिश के आसार हैं। वहीं 13 और 14 अगस्त को देहरादून, बागेश्वर, पौड़ी, नैनीताल, चमोली, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग तथा पिथौरागढ़ में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इस दौरान बारिश के साथ मैदानी और पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन की संभावना बन सकती है। इसलिए प्रदेश के अधिकारियां से एहतियात बरतने की सलाह दी गई है। खास तौर पर पर्यटकों व यात्रियों के साथ अभी से समन्वय बनाने पर जोर दिया गया है। जबकि 15 को चमोली, नैनीताल, पौड़ी जिलों में कही-कही विशेषकर तीव्र बौछारों के साथ बारिश के आसार बन रहे हैं।
मौसम केंद्र निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले पांच दिनों तक प्रदेश के अन्य इलाकों में में बादल छाये रहेंगे। इस दौरान चमक और गरज के साथ पवर्तीय क्षेत्रों में तेज बारिश के आसार बन रहे है। अगले 16 अगस्त तक मौसम का प्रभाव इसी तरह बना रहेगा।