खदरी में जगली जानवरों का आंतक

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ऋषिकेश, ग्रामीण क्षेत्र खदरी खड़क माफ़ में जंगली जानवरों का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हाथी से फसल सुरक्षा के लिये खोदी जा रही खाई और वन विभाग द्वारा वन कर्मियों की नियुक्ति के बाद भी हाथी लगातार खेतो में घुस रहा है।

बीती रात लगभग नौ बजे वन सुरक्षा कर्मी पूर्व सैनिक मंगल सिंह दानु फसल सुरक्षा हेतु खेतों की ओर निकले ही थे कि ग्रामीणों का शोर सुनकर वापस मुड़े तो देखा कि उनके बाएं से एक टस्कर हाथी निकल रहा है। जब तक सुरक्षा कर्मी कुछ समझ पाते हाथी ग्रामीणों का शोर सुनकर घनी आबादी में प्रवेश कर गया। कुछेक चहार दिवारियांं तोड़ते हुए हाथी दया राम कुकरेती के आम बाग़ में घुस गया। आधी रात को वन कर्मियों का एक दल बुलाया गया,जिन्होंने फटाखे फोड़कर बड़ी मुश्किल से हाथी को गांंव से बाहर खदेड़ा।

उधर दूसरी ओर लघु सीमान्त किसान विनोद जुगलान वनकर्मियों के साथ हाथी को गांंव से बाहर करने के प्रयास में जुटे रहे और तब तक खेत में बनाये गये मचान के नीचे जंगली सुवर खेत खोद कर चले गए।

ग्रामीणों का कहना है ,कि” जब तक फसल सुरक्षा के लिये पक्की दीवार नहीं बनाई जाती तब तक वन्य जीवों का खेत में प्रवेश रोक पाना संभव नहीं है।” जिला पंचायत सदस्य सुनीता उपाध्याय और पंचायत सदस्य श्रीकान्त रतूड़ी,क्षेत्र पंचायत सदस्य पवन पाण्डेय का कहना है कि, “हम सभी मिलकर सरकार से फसल सुरक्षा हेतु पक्की दीवार निर्माण की मांग करेंगे। जिसमे सभी जनप्रतिंनिधियों सहित ग्रामीणों का भी सहयोग लिया जायेगा। जिन ग्रामीणों की चहार दिवारियां हाथी ने बुधवार की रात क्षतिग्रस्त की उनमें हरी प्रसाद शर्मा,विनोद जुगलान,विकास चन्द्र सिल्सवाल,मोर सिंह चौहान आदि हैं। “