ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले एक कारोबारी से आरबीआई अधिकारी बनकर सात लाख रुपये की ठगी करने वाली शातिर महिला को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। पिछले साल सितंबर में इस महिला ने एसबीआई बैंक की डिस्पेंसरी हरिद्वार में स्थापित करने का झांसा देकर यह ठगी की थी। इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पूर्व में एक आरोपित गिरफ्तार हुआ तो इस महिला की भूमिका भी सामने आई थी। इस महिला को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।
सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि लोकेश कुमार निवासी सुभाष नगर ज्वालापुर ने मनोज शर्मा और पांच अन्य आरोपितों के खिलाफ एसबीआई बैंक की डिस्पेंसरी खुलवाने के नाम पर सात लाख रुपये की ठगी करने का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में मनोज शर्मा पुत्र राजपाल निवासी मुजफ्फरनगर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मनोज ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे जिसके बाद पुलिस ने मुकदमे में अन्य धाराओं को जोड़ा। यह बात भी सामने आई थी कि यह गिरोह अक्सर लोगों को आरबीआई अधिकारी बनकर ठगने का काम करता है। इसमें टीना उर्फ श्वेता पत्नी संदीप निवासी उस्मानपुर (भजनपुरा) उत्तर पूर्वी दिल्ली की भूमिका सामने आई थी। पुलिस ने टीना को गिरफ्तार कर लिया है।