अर्द्ध कुंभ में बिछुड़ी महिला कुंभ ने मिली

0
456
कुंभ मेले में लोगों के बिछुड़ने और मिलने की कहानी आप ने भी जरूर सुनी होगी। कुछ ऐसी ही कहानी कुंभ में देखने को मिली। 5 साल से पहले हरिद्वार अर्द्धकुंभ में लापता एक बुजुर्ग महिला को कुंभ पुलिस ने उसे उसके परिजनों से मिलाया है। इससे परिजनों और महिला की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
पांच साल पहले अर्द्ध कुंभ में बिछड़ी एक बुजुर्ग महिला बुधवार को संयोग से महाकुंभ में अपनों से मिल गई। यह सुखद संयोग रहा कि इस बार के महाकुंभ आयोजन के दौरान ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर लंबे समय से लापता बुजुर्ग महिला कृष्णा देवी को पुलिस ने अपनों से मिलाया। अपनों से बिछुड़ने के बाद जिस तरह से बुजुर्ग कृष्णा देवी अपने बेटे और परिवार से मिली, उसकी कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है।
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले की रहने वाली कृष्णा देवी वर्ष 2016 अर्द्ध कुंभ स्नान के लिए हरिद्वार आई थीं, लेकिन इसी बीच वह अचानक अपनों से बिछुड़ कर लापता हो गईं। घर वालों ने हरिद्वार, अयोध्या, प्रयागराज जैसे कई स्थानों में खोजबीन की और रिश्तेदारों के यहां भी पता लगाया लेकिन किसी तरह की कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद परिजनों ने समाचार पत्रों में गुमशुदगी का विज्ञापन छपवाया। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पता नहीं लगने पर मायूस होकर खोजबीन बंद कर दिए।
ऋषिकेश पुलिस ने 5 साल पहले लापता हुई बुजुर्ग कृष्णा देवी को खोजकर उनके मिलने की खबर परिवारजनों तक पहुंचाई है। इसके बाद बुधवार को उनके पुत्र दिलेश्वर पाठक अपनी पत्नी के साथ ऋषिकेश पहुंचे। पुलिस ने अपनों से बिछड़ी कृष्णा देवी को  उनके सुपुर्द कर दिया। मां को देख बेटा और बहू खुशी से रो पड़े। मां के मिलने पर परिजनों ने उत्तराखंड पुलिस का आभार व्यक्त किया। कृष्णा देवी के बेटे दिलेश्वर पाठक ने बताया कि वह गुजरात में नौकरी करते थे।  मां के लापता होने की वजह से उनकी नौकरी भी चली गई। जब मां लापता हुई थी तब उनकी बेटी 2 साल की थी। आज वह 7 साल की हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि मां को ढूंढने के लिए उन्होंने कई शहरों की सड़कें भी नापी, लेकिन सफलता नहीं मिली। उत्तराखंड पुलिस और सिद्धार्थनगर पुलिस के सहयोग से मां के जीवित होने की जानकारी मिली तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उधर, कृष्णा देवी ब मां गंगा के तट को छोड़कर घर वापस जाना नहीं चाहती हैं। कृष्णा देवी ने कहा कि उनकी अब अमरनाथ के दर्शन करने की इच्छा है। कुंभ थाना एसएसआई दीपक रावत ने बताया कि वैसे तो पुलिस सत्यापन अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर नजर रखने के लिए किया जाता है, लेकिन इस प्रक्रिया के वक्त लापता बुजुर्ग भी अपने परिजनों से मिल जाएगी, उन्होंने  कभी ऐसा नहीं सोचा था। बुजुर्ग को परिजनों के सुपुर्द करते हुए पुलिस ने उनका मुंह मीठा भी कराया।