ऋषिकेश में मेयर सीट पहली बार चुनाव लड़ा जाना है जिसके लिए त्रिवेंद्र सरकार ने मातृशक्ति को पहला मेयर बनने का गौरव प्रदान किया है इसको लेकर महिलाओं में खुशी की लहर है भाजपा नेता कुसुम कंडवाल का कहना है कि, “माननीय मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड की मातृशक्ति का सम्मान बढ़ाया है जिस का हम तहे दिल से स्वागत करते हैं महिलाएं घर के साथ-साथ अपने शहर को भी चार चांद लगाकर यहां की व्यवस्थाओं को भी चाक-चौबंद करेंगी।“
वही पूर्व में ऋषिकेश नगर पालिका के चेयरमैन रही स्नेह लता शर्मा का कहना है कि, “मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक इतिहास रच दिया है उत्तराखंड के नगर निगम में 3 नगर निगमों पर महिलाओं को स्थान देकर हमारा गौरव बढ़ाया है जिसका सभी महिलाएं तहे दिल से स्वागत करती हैं।“
गौरतलब है कि भाजपा में महिला सीट को लेकर सभी कार्यकर्ताओं में एक नया उत्साह देखा जा रहा है ऋषिकेश नगर निगम पर महिलाएं अपनी दावेदारी कर रही है, भाजपा की महिला दावेदारों की फेहरिस्त भी लंबी होती जा रही है। वरीयता के क्रम में अपने लंबे अनुभव और पार्टी के विभिन्न पदों को प्रदेश स्तर पर संभाल रही कुसुम कंडवाल की दावेदारी मजबूत दिख रही है, वही ऋषिकेश में नगर पालिका चेयरमैन के रूप में अपने सफल कार्यकाल को लेकर स्नेह लता शर्मा की दावेदारी भी हर किसी को टक्कर देती हुई नजर आ रही है।
नगर पालिका में अपने अनुभव को लेकर सरोज डिमरी मैदान में है और राज्य आंदोलन मे अपनी विशेष भूमिका निभाने वाली उषा रावत भी अपनी दावेदारी पर जमी हुई है, इसी के साथ साथ अनीता ममगाई भी लगातार अपनी उपस्थिति को लेकर मैदान में है। और सभासद की एक लंबी पारी खेल चुकी कविता शाह भी इस बार मेयर सीट पर दावेदारी जता रही है, अब देखना होगा कि किस महिला दावेदार के हिस्से ऋषिकेश नगर निगम की मेयर बनने का मौका हाथ आता है