उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने आत्मा योजना के अन्तर्गत जनपद के 25 सदस्यी ऊन उत्पादक कृषक दल को दो दिवसीय प्रशिक्षण/भ्रमण के लिए भारतीय कालीन प्रौद्योगिकी संस्थान भदोही,उत्तरप्रदेश भेजने के निर्देश मुख्य कृषि अधिकारी को दिए। 25 सदस्य प्रशिक्षण दल में बगोरी, नाकुरी, सिमाड़ी, अगोड़ा आदि गांव के प्रशिक्षणार्थी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में ऊनी काश्त को लेकर लोगों में नवीन तकनीक की जानकारी नही है, जबकि क्षेत्र में ऊनी उत्पादन से अनेक परिवार अपनी आजीविका चला रहे हैं। इन परिवारों के व्यवसाय में विस्तार रूप देने एवं नवीन तकनीक की जानकारी एवं कालीन उद्योग की बारीकियों से रूबरू होना जरूरी है।
जिलाधिकारी ने कहा कि आधुनिक दौर में कालीन व्यवसाय का भविष्य अच्छा है। उन्होंने कहा कि घरों में सजाने-सवांरने में कालीन को अधिक महत्व दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भदौही में कालीन व्यवसाय का एक उत्कृष्ट केन्द्र है। उन्होंने कहा कि जनपद के ऊन उत्पादकों को 27 सितंबर को भदौही में दो दिवसीय भ्रमण करवाएं, जिससे की जनपद के ऊन उत्पादक जानकारी जुटाकर अपने क्षेत्र में कालीन व्यवसाय एवं साज-सज्जा वस्त्र को बढ़ावा दे सकें। साथ ही जनपद में आने वाले पर्यटकों एवं अन्य लोगों को यहां से शुद्ध ऊनी कालीन क्रय कर ले जा सके। जिससे जनपद शुद्ध ऊनी कालीन क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बन सके।