बदरीनाथ के कपाट खुलने से पूर्व इस बार नहीं होगा तिमुंड्या कौथिग व गरुड छाड मेला

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बदरीनाथ
Badrinath Temple
कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए इस बार बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने से पूर्व होने वाला धार्मिक आयोजन तिमुंड्या कौथिग (तीन सिर वाला) और गरुड़ छाड़ मेला नहीं होगा।
देव पुजाई समिति ने जोशीमठ में होने वाले सभी धार्मिक कार्यक्रम निरस्त कर दिए हैं। हालांकि कुछ गिने चुने लोगों के बीच ही धार्मिक परंपरा का निर्वहन कर ये आयोजन संपन्न होंगे। जोशीमठ में प्रतिवर्ष तिमुंड्या का भव्य कौथिग आयोजित होता है। इस दौरान देवी मां के वीर तिमुंड्या को चावल और मांस का भोग लगाया जाता है। इस मेले को देखने के लिए दूर-दूर से लोगों की भीड़ जुटती है। इस बार लॉकडाउन है। लिहाजा मेले का आयोजन नहीं होगा। गरुड़ छाड़ मेला भी भव्य रूप से होता था। इस दिन से बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने का श्रीगणेश हो जाता है लेकिन इस बार यहा मेला भी नहीं होगा।
देव पुजाई समिति के अध्यक्ष भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि लॉकडाउन के कारण ये सभी धार्मिक कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए हैं। कुछ ही लोगों की उपस्थिति में धार्मिक पूजा-पाठ आयोजित किया जाएगा। बदरीनाथ धाम के कपाट अपने नियत दिन व तिथि पर ही खुलेंगे। श्रद्धालुओं के आने के मामले में सरकार को तय करना है कि लॉक डाउन खुलने की स्थिति बनेगी या नहीं।