मुख्य सचिव एस.रामास्वामी ने सचिवालय में वीडियो कांफेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को मानसून को देखते हुए हाई एलर्ट रहने के निर्देश दिये।
उन्होंने अधिकारी का मोबाइल फोन कभी स्विच ऑफ न मिले और आपदा राहत केन्द्र के क्षेत्रों का चयन करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी सभी अधिकारियों का ड्यूटी चार्ट आइआरएस के हिसाब से तैयार रखें। अगले तीन महीने के खाद्यान्न का भंडारण कर लें।
मुख्य सचिव ने वर्षा की वजह से बाधित प्रमुख मार्गों की स्थिति और खोले जाने की जानकारी ली। फसल, भू-कटाव या अन्य व्यक्तिगत क्षति की पूर्ति तत्काल करें। बाढ़ संभावित क्षेत्रों की लगातार निगरानी रखें। बाढ़ चैकियों की स्थिति, नावों की व्यवस्था और आपात के दौरान बचाव की तैयारी अभी से कर लें। संभावित संक्रामक रोगों से बचाव हेतु मानव, पशु टीकाकरण और स्वास्थ्य केन्द्रों पर दवाओं की उपलब्धता जांच लें।
जनपद में उपलब्ध खोज-बचाव उपकरणों की स्थिति, मोबाइल कनेक्टिविटी, हेलीपैडों की स्थिति, रख-रखाव, आइआरएस में नामित अधिकारियों की सूची को अद्यतन कर लें। वाहन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस, परिवहन विभाग और जिला प्रशासन अलग-अलग और संयुक्त रूप से चेकिंग अभियान चलायें। बैठक में प्रमुख सचिव सिंचाई आनंद बर्धन, सचिव आपदा प्रबन्धन अमित नेगी, मंडलायुक्त गढ़वाल विनोद शर्मा, अपर सचिव स्वास्थ्य डॉ.पंकज कुमार पाण्डेय, अपर सचिव आपदा प्रबन्धन विनोद कुमार सुमन, डीआईजी एसडीआरएफ संजय गुंज्याल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।