मौसम विभाग की ओर से राज्य भार में जारी है हाई अलर्ट  

0
638
देहरादून,  उत्तराखण्ड में मौसम फिर करवट लेने लगा है। मौसम विभाग की चेतावनी का असर सोमवार सुबह से ही दिखने लगा। देहरादून सहित प्रदेश के अन्य स्थानों पर आसमान में काले बादल छाए रहे, जिससे ठंड अधिक महसूस की गई। विभाग की ओर से प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी, ओलावृष्ठि के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। अलर्ट के मद्देनजर पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी बरत रहा है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही उच्च हिमालय में रविवार को रुक-रुककर हिमपात हुआ।
सोमवार को राजधानी देहरादून सहित प्रदेश के ऊंचाई व मैदानी इलाकों में मौसम पूरी तरह बदला दिखा। धूप नहीं निकलने से  लोगों को कड़ाके की ठंड से राहत नहीं मिली। अभी कुछ दिन पहले ही बारिश और बर्फबारी का गलन से राज्यवासी जहां परेशान थे वहीं बर्फ पिघलने से यातायात की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है। इन सबके बीच मौमस ने फिर एक बार अपना तेवर बदलकर लोगों के लिए मुसीबत बना सकता है। विभाग की ओर से प्रदेश के जिला प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया। इसके लिए, राजस्व, ग्राम विकास पदाधिकारी के साथ समस्त थाने- चौकियों को पूरी सतर्कता के साथ काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह का कहना है कि देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी और नैनीताल में बारिश के साथ ही सोमवार को ओलावृष्टि हो सकती है। जबकि 3000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले विशेषकर उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिले में बर्फबारी हो सकती है। वहीं मंगलवार को मौसम साफ होने की संभावना है।
उधर, प्रदेश में मौसम की दुश्वारियों से अभी निजात नहीं मिली है। सैकड़ों से ज्यादा गांवों में बिजली की आपूर्ति अब भी सुचारु नहीं हो पाई है। इसके साथ ही कई गांवों का मार्ग भी बाधित है जिसे खोलने का कार्य जारी है।
मसूरी, केम्पटी, लाल टिब्बा, कंपनी गार्डन के लिए वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। यहां बर्फ पर पाला पड़े होने से सड़कों पर वाहन नहीं चल पा रहे थे, जो पिछले पांच दिन से बंद थे। मसूरी-धनोल्टी मार्ग पर बुरांशखंडा तक वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। तुरतरिया के पास बर्फ पर पाला जमा होने से वाहन बुरांशखंडा से आगे धनोल्टी की तरफ नहीं जा पा रहे हैं। मसूरी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक विद्या भूषण नेगी के मुताबिक अभी बुरांशखंडा से आगे बर्फ जमा होने से रास्ता खतरनाक बना हुआ है, यहां बर्फ पर काफी पाला जमा है। इसलिए लोगों को बुरांशखंडा से आगे नहीं जाने की सलाह दी जा रही है।
प्रदेश में हुई बर्फबारी से जहां आम जनजीवन पर खासा असर पड़ा, वहीं परिवहन निगम को भी करारा झटका लगा है। बर्फबारी के चलते बसों का संचालन न होने से परिवहन निगम की आय में भारी कमी हुई है।महाप्रबंधक दीपक जैन की मानें तो बर्फबारी से विभाग का बहुत नुकसान हुआ है। कितना क्षति हुआ है इसका आकलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम के पर्वतीय डिपो व आईएसबीटी से पर्वतीय इलाकों के लिए बसों का संचालन किया जाता है लेकिन पिछले दिनों मसूरी समेत राज्य के ज्यादातर पर्वतीय इलाकों में हुई बारिश व भारी बर्फबारी के चलते बसों का संचालन नहीं हो पाया।