लगातार लूज मोशन यानि पतला दस्त आना, उल्टी होना डायरिया कहलाता है। डायरिया बैक्टिरियल इनफेक्शन के कारण तो होता ही है लेकिन सबसे मुख्य कारण है खान पान में गड़बड़ी, प्रदूषित पानी और आंत की गड़बड़ी। दिन में अगर तीन से अधिक बार पानी के साथ पतला दस्त हो रहा है तो यह डायरिया के लक्षण है।
डायरिया में शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिसे डीहाईड्रेशन कहते हैं। जो काफी गंभीर होता है, जिससे शरीर कमजोर हो जाता है। शरीर में संक्रमण फैलने का खतरा काफी बढ़ जाता है। समय पर इलाज न होने पर मरीज की जान भी जा सकती है। आमतौर पर डायरिया 3 से 7 दिनों तक परेशान करता है, डायरिया वैसे तो कभी भी हो सकता है, लेकिन बरसात में वायरल डायरिया ज्यादा होता है।
डायरिया के लक्षणः
- आतों में सूजन से हुआ डायरिया।
- पतला दस्त अगर 14 दिन तक रहे ।
- दस्त के साथ अगर खून आता है तो इससे शरीर काफी कमजोर हो जाता है।
- उल्टी के साथ पतला दस्त आता है। यह पेट और आंत में एसिडिटी बनने से होता है।
डायरिया का उपचारः
डायरिया के लिये बहुत घरेलू इलाज तो है, लेकिन जब पतले दस्त लगातार आते रहें, दस्त के साथ पानी भी आए और शरीर में पानी की कमी हो जाए तो डाक्टर को दिखा लेना चाहिए। 2-3 दिन तक डायरिया रहता है तो इससे डीहाईड्रेशन हो जाता है और मरीज की स्थिति काफी गंभीर हो जाती है, डायरिया होने पर ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रोलाईट्स पीते रहना चाहिए, ताकि पानी की कमी ना हो ।
चिकित्सकीय इलाजः
- डायरिया में डीहाईड्रेशन होने पर मरीज को ग्लूकोज़ चढ़ाया जाता हैं, इससे शरीर में पानी की कमी दूर होती है। इसमें दवाई भी होती है और इलेक्ट्रोलाईट्स भी होता है।
- वायरल डायरिया में संक्रमण को खत्म करने के लिए मरीज को एंटीबायोटिक दिया जाता है, बैक्टिरियल इनफेक्शन में भी मरीज को एंटीबायोटिक देते हैं।
- डायरिया के लिए खासकर दस्त रोकने के लिए एंटी डायरल दवाएं भी दी जाती है। लोपरामाईड एंटी-डायरियल दवा भी होती है। जो आंत में हो रही परेशानी को ठीक करती है।
- डायरिया होने पर तेल मसालों वाले खाने से परहेज करना चाहिए।
- डायरिया में दूध और दूध से बने पदार्थ नहीं खाने चाहिए, मरीज की हालत और बिगड़ सकती है।
- केला, चावल, सेब का मुरब्बा खाने से डायरिया में राहत मिलती है। केला और चावल आंतों की गति को नियंत्रित करने और दस्त रोकने में सहायता करते हैं।
- पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लें लेकिन अगर फिर भी डायरिया बढ़ रहा हो तो तुरंत डाक्टर से संर्पक करें।