धर्मनगरी के सौंदर्यीकरण और पर्यावरण संरक्षण के लिए एचआरडीए की अनूठी पहल

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हरिद्वार,  धर्मनगरी हरिद्वार के सौंदर्यीकरण और पर्यावरण संरक्षण के लिए हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण (एचआरडीए) ने एक नायाब पहल शुरू की है। विश्व प्रसिद्ध हर की पौड़ी के आसपास वाले क्षेत्रों में पेड़ों पर आध्यात्मिक चित्रकारी करवाई जा रही है। जहां एक तरफ पेड़ों पर रंग-बिरंगे चित्र शहर की खुबसुरती बढ़ा रहे हैं वहीं, दूसरी तरफ देवी-देवताओं के चित्र होने के से पेड़ों की कटाई पर भी रोक लगेगी। 
धर्मनगरी हरिद्वार में प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने पहुंचते हैं। उनके आध्यात्मिक महत्व को देखते हुए नायाब पहल शुरुआत की गई है। हिंदू धर्म में ऐसा माना जाता है कि पेड़ पौधों में भगवान का वास होता है। जिसे दर्शाते हुए हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण ने वृक्षों पर भगवान शिव, गणपति बप्पा के चित्र, अतिथि देवो भवः जैसे श्लोक आदि आध्यात्मिक महत्व के चित्र बनवाये हैं।
एचआरडीए के वीसी आलोक पांडेय ने बताया कि, “शहर की कुछ महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप की मदद से धर्मनगरी हरिद्वार के सौंदर्यीकरण एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए हर की पौड़ी के आसपास के वृक्षों पर आध्यात्मिक चित्रकारी की जा रही है। इस काम में विशेष तौर पर लड़कियों एवं महिलाओं की मदद ली जा रही है।”
उन्होंने बताया कि, “उनके द्वारा देश-विदेश से हरिद्वार पहुंचने वाले लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए, साथ ही आने वाले महाकुंभ-2021 को देखते हुए हरिद्वार के सौंदर्यीकरण के लिए वृक्षों पर चित्रकारी की जा रही है।”