उत्तरकाशी, हर्सिल में 23-24 तारीख़ को एप्पल फ़ेस्टिवल के दूसरे अध्याय का आयोजन किया जायेगा। पहाड़ों में सेब कि खेती की शुरुआत का श्रेय पहाड़ी विलसन के नाम से मशहूर फेड्रिक.ए.विलसन को जाता है। विलसन ने ही पहली बार भागीरथी दर्रे में सेबों की खेती के बीज बोयेंगे। उस समय शायद ही किसी को अंदाज़ा हो कि सौ साल बाद उनके इस प्रयास के चलते न केवल हर्सिल बल्कि पूरा उत्तरकाशी ज़िला बाग़वानी के लिये मशहूर हो जायेगा।
आज इस इलाक़े में आठ प्रकार के सेबों की खेती की जाती है। इनमें विलसन एप्पल, रेड और रॉयल डिलीशिय्स नाम के सेब सबसे ज़्यादा इलाक़े में पाये जाते हैं।
इन दो दिन के आयोजन के ज़रिये ज़िला प्रशासन सेबों के विक्रेता और ख़रीदारों को एक साझा मंच देने के कोशिश करता है। डीएम उत्तरकाशी आशीष चौहान कहते हैं कि “ ये आयोजन और मेले जैसा नहीं है। इसके ज़रिये हम अपना सारा ध्यान और संसाधन किसानों के लिये लगाते है। इसमें वर्कशॉप, फ़ील्ड विज़िट, विशेषज्ञों द्वारा मिट्टी की जाँच कराई जाती है।”
मेले के दूसरे दिनों यहाँ आने वाले पर्यटकों और किसानों के लिये ख़ास है। इस दिन पहले बागोर गाँव में हेरिटेज वॉल्क का आयोजन किया जायेगा। इसके ज़रिया न केवल आप पहाड़ों के इतिहास में झांक सकते हैं बल्कि पहाड़ी संस्कृति और खान पान का लुत्फ़ उठाने का इंतज़ाम भी यहाँ मिलेगा। डीएम आशीष का कहना है कि “इस मेले में सभी के लिये कुछ न कुछ होगा। हमारी कोशिश है कि यहाँ आने वाले लोगों के लिये ऐसे यादगार पल हों कि वो बार बार हर्सिल आते रहें।”