मुंबई, हाल ही में टेलीविजन शोज के क्रेडिटस टाइटल भारतीय भाषाओं की अनिवार्यता के बाद केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय की ओर से अब विभिन्न टेलीविजन चैनलों पर दिखाए जाने वाले डांसिंग शो में बच्चों की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं।
मंत्रालय ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया है, जिनमें कहा गया था कि इन डांसिंग शोज में बच्चों से व्यसकों वाले अश्लीलता भरे स्टेप्स कराए जा रहे हैं, जिससे एक साथ इन शोज को देखने वाले परिवारों को खराब महसूस होता है। मंत्रालय का मानना है कि इन डासिंग शोज में बच्चों के स्टेप्स उनकी उम्र से अधिक वाले होते हैं और उनके बचपन की मासूमियत छिनकर उनको व्यसकों जैसा बर्ताव करने पर मजबूर कर देते हैं।
मंत्रालय ने सभी चैनलों को जारी एडवाइजरी में द केबल टेलीविजन नेटवर्क रेगुलेशन एक्ट 1995 के प्रावधानों की याद दिलाते हुए इनका पालन करने को कहा है। मंत्रालय ने कहा है कि बच्चों के रियल्टी शोज में उनकी उम्र तथा संवेदनाओं का सबसे ज्यादा ख्याल रखा जाना चाहिए। मंत्रालय की इस एडवाइजरी पर भिन्न चैनलों की प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं।
सोनी चैनल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, “हम इन हिदायतों का पालन करते हैं और सरकार को हमारी ओर से शिकायत का कोई मौका नहीं मिलेगा। लिटिल चैंपियन डांस शो का प्रसारण करने वाले जी चैनल के प्रवक्ता ने भी कहा है कि उनके शो में बच्चों की मस्ती का खास ख्याल रखा जाता है और किसी भी मूवमेंट के लिए बच्चों को मजबूर नहीं किया जाता।”