गोपेश्वर। चमोली जिले में कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं जिनको पर्यटन के मानचित्र पर स्थान नहीं मिला है। इन अनछुए पर्यटन स्थलों के चिह्नीकरण की प्रक्रिया जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है। जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदोरिया ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में पर्यटन से जुडे अधिकारियों की बैठक ली तथा पर्यटन गतिविधियों को बढाने के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में पर्यटन की आपार संभावनाऐं है तथा पर्यटक स्थलों में अधिक से अधिक सुविधाओं को विकसित कर और अधिक पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है। जिसका सीधा लाभ क्षेत्र की जनता को मिलेगा। जिलाधिकारी ने पंचबद्री, धामों को पर्यटक सर्किट के रूप में विकसित करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश जिला पर्यटन विकास अधिकारी को दिये है। उन्होंने पांडुकेश्वर स्थित योगघ्यान बद्री में योगघ्यान केंद्र की स्थापना व सुविधाओं का विकास पर जोर देते हुए पंचबद्री धामों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये। जानकारी के अभाव में आज भी कई तीर्थयात्री व पर्यटक इन पवित्र स्थलों तक नही पहुंच पा रहे है। जिलाधिकारी ने भवष्यि बद्री धाम को भी विकसित करने के लिए ट्रैक को दुरूस्त करने तथा ट्रैक पर होम-स्टे के लिए लोगों को प्रेरित करने को कहा। डीएम ने प्रत्येक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के आसपास होम-स्टे को प्रमोट करने के निर्देश जिला पर्यटन विकास अधिकारी को दिये है। उन्होंने ग्राम प्रधानों, जनप्रतिनिधियों के माध्यम से लोगों को होम-स्टे योजना की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हसांदत्त पांडे, डीएफओ एनएन पांडे, एसडीएम योगेन्द्र सिंह, जीआर बिनवाल, परमानंद राम, पीडी प्रकाश रावत, डीडीओ आंनद सिंह, जिला पर्यटन विकास अधिकारी विजेन्द्र पांडे आदि मौजूद थे।