बीमार महिला को कंधे पर लादकर ले जाना पड़ा अस्पताल

0
566

गोपेश्वर। चमोली जिले के कर्णप्रयाग विकास खंड के धल गांव को जोड़ने के लिए सड़क का पांच साल में आठ बार सर्वे के बाद भी उत्तरों-चमाली- स्वर्का-धल-काॅचुला मोटर मार्ग का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है। मोटर मार्ग न होने सेे बीमार महिला को पीठ पर लादकर अस्पताल ले जाना पड़ा।
घटना विकासंड के धल गांव की है। शुक्रवार रात्रि को करीब साढ़े नौ बजे के धल गांव की महिला ममता की अचानक तबियत खराब हो गई थी। आस पास कोई अस्पताल न होने के कारण ग्रामीणों ने महिला को कंधे पर लादकर 10 किमी कर्णप्रयाग के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। स्वर्का ग्राम प्रधान किरन देवी, सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश खंडूडी, जीतेंद्र कुमार, भूपेद्र सिंह, विनोद सिंह, शिशुपाल सिंह, शिव सिंह, इंद्र सिंह आदि ने बताया कि सड़क मांग को लेकर पिछले दो दशक से मांग की जा रही है। जिसके लिए कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से वार्ता भी की गई है। लेकिन आज तक सड़क का कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया है। सड़क न होने से ग्रामीणों को 10 से 12 किमी पैदल चलकर गांव पहुंचना पड़ता है। कहा कि सड़क के लिए विभाग ने पिछले पांच सालों में आठ बार सर्वे कर चुकी है। लेकिन सर्वे के बाद सड़क का काम फिर से फाइलों में बंद हो जाता है। गुुस्साएं ग्रामीणों ने कहा कि यदि जल्द ही सड़क का कार्य प्रारंभ न हो जाता तो ग्रामीणों को उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
उधर, पीएमजीएसवाई कर्णप्रयाग के ईई एए खान का कहना है कि संबंधित सड़क की स्वीकृति के बाद सर्वे कर दी गई है। सैंद्धातिक स्वीकृति मिलने के बाद ही सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।