उत्तराखंड आईएमए ने मुख्यमंत्री को कावड़ यात्रा को लेकर लिखा पत्र

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कांवड़

उत्तराखंड इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर कांवड़ यात्रा को रद्द करने की मांग की है। इस दौरान एसोसिएशन ने कांवड़ यात्रा शुरू होने पर कोरोना की तीसरी लहर के जल्द प्रदेश में आने की भी आशंका व्यक्त की है।

एसोसिएशन के चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री से कांवड़ यात्रा को रद्द करने की मांग को लेकर पत्र में लिखा है कि दूसरी लहर भी आम लोगों की लापरवाही के कारण आई थी और इसमें कई लोगों की जान गई थी। ऐसे में कांवड़ यात्रा होती है तो इससे तीसरी लहर का खतरा ज्यादा बढ़ जाएगा। ऐसे में हमें ‘लापरवाह’ नहीं होना चाहिए। उपलब्ध वैश्विक साक्ष्यों और किसी भी महामारी के इतिहास को देखते हुए कहा जा सकता है कि तीसरी लहर करीब है।

पत्र में कहा गया कि पर्यटन, धार्मिक यात्राएं और धार्मिक समारोह जरूरी हैं, लेकिन इसके लिए कुछ माह इंतजार किया जा सकता है। इन स्थलों को खोलना और टीकाकरण के बगैर ही लोगों का वहां बड़े पैमाने पर एकत्रित होना कोरोना की तीसरी लहर के फैलने का कारण बन सकता है। एसोसिएशन की ओर से कहा गया है कि इस अहम मोड़ पर हमें अगले दो-तीन माह तक कोई जोखिम मोल नहीं लेना चाहिए। लिहाजा राज्य सरकार राष्ट्र हित और प्रदेश हित में कांवड़ यात्रा को लेकर निर्णय ले और यात्रा को रद्द करे।

कुंभ और उसके बाद पर्यटन स्थलों पर लोगों की भारी भीड़ ने डॉक्टरों के माथे पर परेशानी की लकीरें डाल दी हैं। इसके साथ ही कांवड़ यात्रा के आयोजन को लेकर भी अभी स्थिति साफ नही है। उत्तराखंड सरकार ने फिलहाल यात्रा होगी या नहीं इस पर स्थिति साफ नहीं की है। हांलाकि जानकारों का कहना है कि, जिस तरह कोरोना की तीव्रता ने इसकी भयावहता को साफ कर दिया है, उसे देखते हुए यह सही होगा कि कांवड़ यात्रा को टाल दिया जाये।