पंचकों के कारण कांवड़ियों की संख्या में ठहराव, प्रशासन पूरी तरह सतर्क

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ऋषिकेश, नीलकंठ कांवड़ यात्रा के दूसरे दिन जहां हजारों की संख्या में पैदल कांवड़िये बम-बम भोले के उद्घोष के साथ नीलकंठ पहुंचे, लेकिन 19 जुलाई से 24 जुलाई तक लगने वाले पंचकों के कारण कांवड़ियों की संख्या अभी कम आंकी जा रही है।
पंचकों के समाप्त होने पर 29 जुलाई से बड़ी संख्या में कांवड़ियों के आने की संभावना प्रशासन ने जताई है। जिसे देखते हुए , प्रशासन ने दोपहिया वाहनों को लक्ष्मण झूला पुल को आवागमन के लिए बंद कर दिए जाने के बाद ,दोपहिया वाहनों को भी शिवानंद गेट पर रोक दिया गया है।
प्रशासन ने स्थानीय व्यापारियों को सामान ढुलाई के लिए राम झूला पुल से रात 10:30 बजे से सुबह 4:00 बजे तक खुला रखे जाने की छूट दी है । गढ़वाल पुलिस के आईजी अजय रौतेला ने बताया कि मुनी की रेती क्षेत्र को 2 जोन 7 सेक्टरों में बांटा गया है। जबकि लक्ष्मण झूला क्षेत्र को भी दो जोन 4 सेक्टरों में बांट कर कार्य योजना बनाई गई है। उनका कहना था कि हरिद्वार की ओर से आने वाले कांवड़ियों के लिए आईडीपीएल स्थित पार्किंग में वाहनों के खड़े किए जाने की व्यवस्था की गई है। ऋषिकेश की ओर आने वाले कावड़िये नटराज से से होकर मुनि की रेती में प्रवेश करेंगे जो कि कैलाश गेट से होकर जाएंगे । वह अपने वाहनों को कैलाश गेट के खेल मैदान में भी पार्किंग कर सकते हैं । उनका कहना था की कांवड़िये  खारा स्रोत में भी पार्किंग कर सकते हैं । वहां जगह न मिलने पर वह तपोवन में पेट्रोल पंप पर पार्किंग कर सकते हैं ।
उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य की दृष्टि से प्रशासन ने तीन एंबुलेंस ढाल वाला, भद्र काली व तपोवन में तैनात की है। इसके अलावा सभी सेक्टर प्रभारियों को वाॅकी टाॅकी के साथ सूचना का आदान प्रदान किए जाने के लिए तैनात किया गया है। इसी के साथ एएसपी स्वप्न कुमार ने बताया कि लक्ष्मण झूला पुल पर कांवड़ियों सहित स्थानीय लोगों की आवाजाही पर लगाई गई रोक के बाद पुलिस को निर्देशित किया गया है कि लक्ष्मण झूला की ओर जाने-वाले यात्रियों को रोके जाने के लिए लगातार अनाउंसमेंट करें तथा नीलकंठ जाने वाले यात्रियों के साथ नरमी से पेश आयेंं।