ऋषिकेश,उत्तराखंड में शीत काल बीतने के बाद 2018 में अप्रैल माह में शुरू होने जा रही चार धाम यात्रा के लिए जोर शोर से तैयारी शुरू हो गयी है, पिछले साल की तुलना में इस बार की यात्रा में यात्रियों को थोड़ी जेब ढीली करनी पड़ेगी और महगाई का सामना करना पड़ेगा, पहाड़ो की लाइफ लाइन कहे जाने वाली सयुक्त रोटेशन ने यात्री किराये में बढ़ोतरी के संकेत दिए है।
संयुक्त रोटेशन के अध्यक्ष सुधीर राय ने बताया है कि, “इस बार यात्रा पहले सालों के मुकाबले महंगी होने का रही है, डीज़ल के दामों और गाड़ियों की मेंटनेंस के चलते यात्रा किराये को लगभग 18 प्रतिशत बढ़ाया जा रहा है।”
डीजल, टायर व कलपुर्जों सहित टैक्स में हुई वृद्धि का असर इस वर्ष चारधाम यात्रा पर भी दिखेगा। बीते चार दशक से चारधाम यात्रा का संचालन करने वाली संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने इस वर्ष विभिन्न धामों के किराये में 18 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है।
उत्तराखंड की 9 प्रमुख परिवहन कंपनियों की साझा संस्था संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति पिछले 40 वर्षों से चारधाम यात्रा का संचालन कर रही है। गौरतलब है कि 2013 के आपदा के समय में संयुक्त रोटेशन ने नुकसान सहते हुए भी तीन वर्षों तक किराये में कोई वृद्धि नहीं की। रोटेशन कार्यालय में आयोजित संचालकों की बैठक में अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि परिवहन व्यवसाय से जुड़ी हर सेवा की कीमतें बढ़ी हैं। इससे परिवहन व्यवसायियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने बैठक में वर्ष 2017 की तुलना में इस वर्ष किराये में 18 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव रखा। जिसे सर्वसम्मति से मंजूर कर लिया गया।
पिछले साल की तुलना में यात्रियों पे पड़ेगा 200 से 300 रुपये का अतिरिक्त बोझ ,रोटेशन ने सेम मुखेम के लिए 12000 रुपये, औली के लिए 3000 रुपये, त्रियुगीनारायण के लिए 3000 रुपये और वाया सहस्रधारा 2000 रुपये प्रति यात्री किराया निर्धारित किया है।
एक नजर चार धाम यात्रा किराया पर:-
धाम—(सामान्य 41 सीट)—(सामान्य 20 सीट)—(पुशबैक 18 सीट)
एक धाम—1330—————-1600——————–2220
दो धाम—–1810—————-2170——————-3030
तीन धाम—2560—————-3070——————4280
चार धाम—-3170—————3800——————5300
गंगोत्री-बदरी-2360—————2830—————–3950