रुद्रपुर। उत्तराखण्ड में औद्योगिक माहौल बनाना है ताकि राज्य में औद्योगिक विकास को नई गति मिल सके। औद्योगिक स्थापना से यहां के युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसलिए उद्योग मित्रों की जो भी समस्याए आयेंगी उनका समाधान प्राथमिकता से किया जाएगा।
शुक्रवार को एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह राज्य स्तरीय उद्योग मित्र प्राधिकृत समिति की बैठक अध्यक्षता करते हुए यह बातें कही। इस मौके पर मुख्य सचिव ने कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में उदयोगों को बढ़ाना देना है। उन्होने कहा राज्य बनने के बाद उधमसिंह नगर जनपद को औद्योगिक क्षेत्र में अधिक गति मिली है। उन्होंने कहा कि देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक घरानों ने यहां उद्योग लगाए है। उधमसिंह नगर का नाम प्रदेश के साथ देश में भी उद्योग क्षेत्र में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि हम यहां अधिक से अधिक निवेशकों से उधमसिंह नगर, हरिद्वार व देहरादून में उद्योग लगाने के लिए आग्रह कर रहे है ताकि यहां के युवा वर्ग को रोजगार मिल सके।
हरिद्वार के औद्योगिक क्षेत्र भगवानपुर में अग्निशमन केन्द्र खोले जाने पर मुख्य सचिव ने बताया इसके लिए धनराशि स्वीकृत हो गई है। औद्योगिक क्षेत्रो में सीईटीपी की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने कहा सीईटीपी की स्थापना का मुख्य उद्देश्य प्रदूषण को रोकना है, प्रमुख सचिव उद्योग की अध्यक्षता मे जो समिति बनाई गई है, सभी प्लांटो को इससे जोड़ने के लिए योजना बनाये। राष्ट्रीय राजमार्गो की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने एनएचएआई के अधिकारियो को कार्यो मे गति लाने के निर्देश दिये।
उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि वे सड़को के निर्माण कार्याें में तेजी लाने व सड़कों को गढ्ढामुक्त करने के लिए समय-समय पर एनएच, एनएचएआई व लोनिवि की समीक्षा करे। उन्होंने सितारगंज से सिडकुल मार्ग के चैड़ीकरण के लिए एनएच के मुख्य अभियंता डीएस नबियाल को इस्टीमेट बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा एनएचएआई की सड़कों में जो छोटे-छोटे पेचेज में कार्य रूके है उनका इस्टीमेट बनाकर उन्हे एनएच या लोनिवि के माध्यम से शीघ्र बनाया जाए। उन्होंने कहा कि सड़को के लिए मिट्टी उठाने की अनुमति जिलाधिकारी द्वारा दी जायेगी। उन्होंने कहा औद्योगिक क्षेत्र में जो भी कार्य कराने के लिए धनराशि स्वीकृत हो गई है, उन कार्यो के शीघ्र टेंडर आमंत्रित किये जाए ताकि कार्य शीघ्र प्रारम्भ किया जा सके। निर्माण कार्यो में गुणवत्ता का पूर्ण ध्यान दिया जाए, जो कार्यदायी संस्था समय से कार्य नही करती है उन संस्था पर कार्यवाही अमल मे लाई जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि जिला स्तरीय उद्योग मित्र की बैठक में जिन समस्याओ का निस्तारण हो जाता है, उसकी जानकारी राज्य स्तरीय उद्योग समिति को भी दी जाए। जिस समस्या का समाधान जिला स्तर पर तीन बैठकों में नही हो पाता है, उसे राज्य स्तरीय उद्योग मित्र की बैठक में रखा जाए। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर जो भी नये उद्योग लग रहे है जिला प्रशासन उसका पूर्ण सहयोग करे इस कार्य की मण्डलायुक्त भी समय-समय पर समीक्षा करें। एमडी सिडकुल सी रविशंकर ने बताया उद्योग मित्रो की समस्याओ के समाधान के लिए प्रत्येक मंगलवार को विडियो कांफ्रेंस की जाएगी। उन्होंने बताया कि समस्याओं के समाधान के लिए हेल्प डेस्क बनाया गया है जिसका नम्बर 18002701213 है। बैठक में प्रमुख सचिव मनीषा पवांर, मण्डलायुक्त राजीव रौतेला, डीआईजी अजय जोशी, जिलाधिकारी डा. नीरज खैरवाल, एसएसपी बलिंदर जीत सिंह, अपर जिलाधिकारी जगदीश चन्द्र काण्डपाल, निदेशक उद्योग सुधीर कुमार नौटियाल, केजीसीसीआई के अध्यक्ष अशोक बंसल सहित अनेक अधिकारी व उद्यमी उपस्थित थें।