नई दिल्ली, देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस में घोटाले के आरोप की मार मंगलवार को कंपनी के शेयरों पर दिखाई पड़ी। दरअसल इंफोसिस के शेयरों में छह साल बाद पहली बार 14 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई।
कंपनी के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विशाल सिक्का तथा फाउंडर नारायणमूर्ति के बीच में जारी विवाद किसी तरह शांत होने के बाद आईटी कंपनी एक बार फिर मुसीबत में है। गौरतलब है कि करोबार शुरू होते ही एक झटके में निवेशकों को करीब 52622 करोड़ का झटका लगा। असल में बाजार खुलते ही इंफोसिस के शेयरों में बड़ी गिरावट आ गई और यह करीब 16 फीसदी टूटकर 645.35 रुपये की कीमत पर पर आ गया।
इंफोसिस का मार्केट कैप 52622 करोड़ रुपये घटा
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को इंफोसिस का शेयर 767.75 रुपये के भाव पर बंद हुआ था। हालांकि यह 691 रुपये के भाव पर आज खुला लेकिन कुछ देर में ही इसमें 16 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और ये 645.35 रुपये के भाव पर पहुंच गया। इस दर पर आते ही कंपनी का मार्केट कैप कम होकर 277450 करोड़ रुपये के करीब रह गया, जबकि शुक्रवार को ये करीब 330073 करोड़ रुपये के करीब था। इसका मतलब एक ही झटके में निवेशकों को 52622 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया।
गौरतलब है कि एक दिन पूर्व ही कंपनी के मैनेजमेंट पर कुछ गंभीर आरोप लगे थे, जिसकी वजह से निवेशकों का सेंटीमेंट खराब हुआ। इंफोसिस के शेयर में ये छह साल की सबसे बड़ी गिरावट है।