देहरादून। दून के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में अब ‘इंटर फैसिलिटी ट्रांसफर’ सुविधा शुरू कर दी गई है। जीवीके ईएमआरआई ने दून मेडिकल कॉलेज, गांधी चिकित्सालय व प्रेमनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तीन एंबुलेंस तैनात किए हैं। बता दें कि स्वास्थ्य सचिव नितेश झा ने प्रथम चरण में सात आईएफटी एंबुलेंस तैनात करने के निर्देश दिए हैं। अगले दो-तीन दिन में अन्य वाहनों को भी ऋषिकेश, विकासनगर व दून अस्पताल में तैनात कर दिया जाएगा।
जीवीके ईएमआरआई के राज्य प्रभारी मनीष टिंकू ने बताया कि आपातकालीन सेवा 108 का मुख्य उद्देश्य आपात स्थिति के दौरान पीड़ित व्यक्ति को समुचित प्राथमिक उपचार देते हुए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाना होता है। अनेक बार उक्त स्वास्थ्य केंद्र पर मरीज को उसकी आवश्यकतानुसार इलाज नहीं मिलता। ऐसे में उसे अन्य अस्पताल के लिए रेफर कर दिया जाता है। अब तक देहरादून शहर में उपलब्ध 108 सेवा की एंबुलेंस द्वारा ही आवश्यकता के समय मरीजों को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल आइएफटी सुविधा प्रदान की जाती है। पर अब इन अतिरिक्त आईएफटी वाहनों के तैनात होने के बाद अब सभी रेफरल मरीजों को इन्हीं वाहनों के माध्यम से ही अन्य अस्पताल शिफ्ट किया जाएगा। इन आईएफटी वाहनों का उपयोग केवल रेफरल केस में ही किया जाएगा। बता दें कि स्वास्थ्य सचिव ने अपने हालिया निरीक्षण में पाया था कि दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में आने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिस कारण अस्पताल पर अनावश्यक दबाव बढ़ रहा है और मरीजों व तीमारदारों को कई तरह की दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। जबकि इसके विपरीत देहरादून के अन्य अस्पतालों में इलाज की समुचित व्यवस्था होने के बाद भी मरीज नहीं पहुंच रहे। इस स्थिति से निपटने के लिए भी स्वास्थ्य सचिव ने ‘इंटर फैसिलिटी ट्रांसफर’ शुरू करने के निर्देश दिए थे। ताकि इनकी मदद से मरीजों को आवश्यकतानुसार उचित इलाज के लिए अन्य अस्पताल पहुंचाया जा सके।