हरिद्वार, प्रदूषण की समस्या ने निपटने के लिए केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक सख्ती अख्तियार किए हुए हैं। लेकिन पर्यावरण को पलीता लगाने वाले बाज नहीं आ रहे हैं। रुड़की के जैनपुर झझेड़ी में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां गुड़ बनाने के लिए भट्टी में पॉलीथिन और प्लास्टिक का उपयोग किया जा रहा था, जो सेहत के लिए बहुत हानिकारक है। मामला संज्ञान में आने के बाद एसडीएम ने कार्रवाई करते हुए 14 कोल्हू चरखियों को सीज कर दिया है।
शहर के लंढौरा और जैनपुर झझेड़ी के आसपास के इलाके में कोल्हू चरखी स्वामी गन्ने से गुड़ बनाने के लिए रबड़, पॉलीथिन का उपयोग कर पैसे कमा रहे थे। लेकिन इन कोल्हू चरखी स्वामियों को रबड़ जलाना महंगा पड़ गया। एसडीएम गोपाल सिंह चौहान ने लगभग 14 कोल्हू चरखी स्वामियों के खिलाफ कार्रवाई कर चर्खियों को सीज कर दिया। एसडीएम ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि लंढौरा क्षेत्र में कोल्हू चरखी स्वामी भारी मात्रा में रबड़, प्लास्टिक और पॉलीथिन जलाकर गुड़ बनाने का काम कर रहे हैं जिससे प्रदूषण फैल रहा था।
उन्होंने बताया कि अधिकतर कोल्हू चरखी स्वामी खोई बेच देते हैं, जिससे उन्हें उसका मोटा मुनाफा होता है। इसलिए वो लोग खराब भट्टी में पॉलीथिन, प्लास्टिक और रबर जलाकर गुड़ बनाते हैं, जिसके कारण क्षेत्र में प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है। अब प्रशासन ने उन पर कार्रवाई की है।