ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव सोमवार को पतंजलि पहुंचे। उन्होंने एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान सद्गुरु ने कहा कि पतंजलि निःस्वार्थ भाव से समाज सेवा का महान कार्य कर रहा है। हमें जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में जागरूक रहने की आवश्यकता है, क्योंकि यह जीवन दोबारा नहीं मिलेगा।
इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने कहा कि सद्गुरु ने कॉन्शियस प्लेनेट नाम से एक बहुत बड़ा अभियान शुरू किया है। उन्होंने कहा कि इस सारी सृष्टि के हम ट्रस्टी हैं। एक ट्रस्टी होने के नाते पर्यावरण, प्रकृति और इस सम्पूर्ण अस्तित्व के प्रति हमारी भी कुछ जिम्मेदारी है। स्वामी ने कहा कि सद्गुरु जीवन के विविध आयामों (शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, भावनात्मक) में अलग-अलग प्रकार से कॉन्शियसनेस (सामाजिक, राजनीतिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण) क्रिएट कर रहे हैं। हम सब इनके हमराही हैं।
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि जिस उम्र में लोग सेवानिवृत्त होकर घर बैठ जाते हैं, उस उम्र में सद्गुरु विश्व में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुकता की अलख जगा रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. जयदीप आर्य ने किया। इस उपलक्ष्य में पतंजलि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने योग की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में डॉ.महावीर अग्रवाल, प्रति कुलपति पतंजलि विश्वविद्यालय, साध्वी आचार्य देवप्रिया, बहन ऋतम्भरा , वित्त प्रमुख ललित मोहन , बहन अंशुल , बहन पारूल, स्वामी परमार्थदेव , डॉ. जयदीप , भाई राकेश , विनय कटियार आदि उपस्थित रहे।