गोपेश्वर, चमोली जिले के नृसिंह मंदिर में 40 वर्षों के बाद देव पुजाई समिति की ओर से जाखोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान यहां जोशीमठ क्षेत्र के रविग्राम, जोशीमठ, चाई और थैंग के जाख देवताओं का मिलन हुआ। दशकों बाद हुए इस मिलन के दौरान मंदिर में विशेष पूजा अनुष्ठान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं ने जाख देवता की पूजा कर क्षेत्र में सुख सम्पदा की मनौतियां मांगी।
जोशीमठ के नृंसिह मंदिर मठागंन में सोमवार को थैंग, चॉई रविग्राम व जोशीमठ के जाख देवताओं का मिलन हुआ। चार दशक के बाद आयोजित होने वाले उत्सव को देखने के लिये यहां बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीणों के साथ ही क्षेत्र के सैकड़ों श्रद्धालु यहां पहुंचे थे। जहां जाख देवताओं के इस मिलन में आस्था, श्रद्धा और लोक संस्कृति की त्रिवेणी के श्रद्धालुओं ने दर्शन किये। यह आयोजन देव पुजाई समिति की ओर से जाखोत्सव के रूप में करवाया गया। आयोजन में सबसे पहले रविग्राम के जाख देवता, उसके बाद थैंग और चॉई के जाख देवता मठांगण में पंहुचे, जोशीमठ के जाख देवता ने तीनों जाख देवताओ का पंरपरानुसार स्वागत किया।
इसके बाद यहां ढोल और दमाऊं की 18 तालों पर जाख देवताओं का अलौकिक नृत्य देख श्रद्धालुओं की आंखे नम हो गईं। इस दौरान जाख देवता ने अपने पश्वाओं (अवतारी पुरुष) पर अवतरित होकर श्रद्धालुओं को आर्शीवाद दिया। इस मौके पर देवपुजाई समिति जोशीमठ के अध्यक्ष आचार्य भुवन चंद्र उनियाल, सचिव उमेश सती व कोषाध्यक्ष विजय डिमरी आदि मौजूद थे।