रमज़ान में मतदान को लेकर जावेद अख्तर बोले

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मुंबई, सिनेमा के गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने आगामी संसदीय चुनावों में रमज़ान के महीने में मतदान की तारीखों को लेकर हो रहे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया में इसे बेतुका बताया है।

सोशल मीडिया पर इस विवाद को लेकर अपनी पोस्ट में जावेद अख्तर ने उन लोगों को आड़े हाथों लिया, जो तारीखें बदलने की मांग कर रहे हैं। जावेद अख्तर ने पोस्ट में लिखा कि ये बहस घिनौनी है। रमज़ान को किसी भी तरह से चुनावों से नहीं जोड़ा जा सकता। उन्होंने इसे तूल देने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ये धर्मनिरपेक्षता का विकृत संस्करण है।

साथ ही जावेद अख्तर ने चुनाव आयोग से भी अपील करते हुए कहा कि चुनावों में तारीखों के बदलाव की मांग पर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए। इस तरह की मांग को फौरन खारिज कर देना चाहिए। संसदीय चुनावों के लिए आगामी मई माह में रमज़ान शुरु होगा और साथ ही इसी महीने तीन चरणों के लिए मतदान होना है।

कई मुस्लिम संगठनों का तर्क है कि रमज़ान में मुस्लिम समाज के लिए वोट डालने के लिए निकलना आसान नहीं होगा, इसलिए इन तारीखों में बदलाव हो। इस मांग को लेकर कई संगठनों ने चुनाव आयोग से संपर्क किया है। जावेद अख्तर इससे पहले पुलवामा हमले के बाद कंगना के निशाने पर आए थे। जावेद अख्तर और शबाना आजमी को पाकिस्तान के दौरे पर जाना था, लेकिन पुलवामा हमले के बाद उन्होंने पाकिस्तानी दौरा रद्द कर दिया था, लेकिन कंगना ने इन दोनों पर हमला करते हुए कहा था कि उनको पाकिस्तान जाने की जरुरत क्या है। शबाना आजमी ने कंगना के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी, लेकिन जावेद अख्तर ने कुछ नहीं कहा था।