उत्तराखण्ड राज्य की ओर से 72वें गणतंत्र दिवस समारोह में राजपथ नई दिल्ली में “केदारखंड” की झांकी प्रदर्शित की गई। राजपथ पर जब झांकी निकली तो लोगों ने तालियों की गड़गडाहट से स्वागत किया।
उत्तराखण्ड सूचना विभाग के उपनिदेशक, झांकी के टीम लीडर के.एस.चौहान के नेतृत्व में 12 कलाकारों के दल ने भी झांकी में अपना प्रदर्शन किया। झांकी का थीम सॉन्ग था “जय जय केदारा”।
उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य की झांकी के अग्रभाग में उत्तराखण्ड का राज्य पशु ‘कस्तूरी मृग‘ दर्शाया गया है जोकि उत्तराखण्ड के वनाच्छादित हिम शिखरों में 3600 से 4400 मीटर की ऊंचाई पर पाया जाता है। इसी प्रकार से उत्तराखण्ड का राज्य पक्षी ‘मोनाल’ एवं राज्य पुष्प ‘ब्रह्मकमल’ दिखाया गया है, जो केदारखण्ड के साथ-साथ उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है। झांकी के मध्य भाग में भगवान शिव के वाहन नंदी को केदारनाथ धाम में यात्रियों को यात्रा करते हुए तथा श्रद्वालु को भक्ति में लीन दर्शाया गया है। झांकी के पृष्ठ भाग में बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक बाबा केदार का भव्य मंदिर दर्शाया गया था। जिसका जीर्णोद्धार आदिगुरू शंकराचार्य ने कराया था तथा मंदिर परिसर में श्रद्वालुओं को को दिखाया गया। मंदिर को ठीक पीछे विशालकाय दिव्य शिला भी खूब भा रहा था। साथ ही इसी दिव्य शिला की वजह से वर्ष 2013 की आपदा में केदारनाथ मंदिर सुरक्षित रहा था।