सूफी गायक कैलाश खेर यु तो संगीत के लिए और अपनी दमदार आवाज के लिए जाने जाते है ,और ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन से कैलाश खेर का गहरा नाता है उनकी शिक्षा भी स्वामी चिदानंद मुनि के सानिध्य में यहाँ के गुरुकुल में हुयी है,जब भी कैलाश खेर को अपने व्यस्त जिंदगी से फुरसत मिलती है वो यहाँ गंगा कि शरण में पहुच जाते है। कैलाश का कहना है कि ऋषिकेश के गंगा के तट उनको रिचार्ज कर देते है,यहाँ की असीम ऊर्जा उनको नए विचार नयी धुनें और गंगा की आवाज़ नया संगीत देती है।
वैसे आज कल कैलाश खेर उत्तराखंड में सरकार और सचिवालय के चक्करो में भी उलझे है, जिसका मुख्य वजह केदार नाथ पर म्यूजिकल सीरीज का पैसा अटका होना है।हरीश रावत सरकार ने केदार नाथ आपदा के बाद यहाँ के प्रमोशन के लिए सूफी गायक से अनुबंध किया था, जिस का निर्माण कैलाश खेर ने किया था जो राजनैतिक हलको में विवाद का कारण भी बना और ऐसे चुनाव में मुद्दा बना कर विपक्षियो ने सरकार पर पैसे की बर्बादी का आरोप भी लगाया था,जिसका कुछ पैसा अभी चुनाव के चलते शाशन स्तर पर अटक हुआ है।