देहरादून में सुरक्षित है कश्मीरी छात्रः डीजी लॉ एंड आर्डर

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डीजीपी

देहरादून पुलिस ने जम्मू कश्मीर पुलिस को देहरादून में पढ़ाई कर रहे कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा के लिये सभी जरूरी इंतजाम करने का भरोसा दिया है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पढा़ई कर रहे कुछ छात्रों ने आरोप लगाया था कि पुलवामा हमले के बाद उनका उत्पीड़न किया गया और मकान मालिकों ने अपने घरों पर हमला होने के डर से उनसे मकान खाली करने के लिये कहा।

भड़काऊ पोस्ट न पोस्ट करें छात्र: डीजी

पुलवामा को लेकर कश्मीरी छात्रों की ओर से की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर उत्तराखंड पुलिस ने रविवार को एडवाइजरी जारी की है। पुलिस महानिदेशक (लॉ एंड आर्डर) अशोक कुमार ने कश्मीरी छात्रों को सुरक्षा का भरोसा देते हुए कहा कि, “वह किसी भी सूरत में सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट न करें। पुलवामा हमले को लेकर लोगों में गम और गुस्सा है, ऐसे में कश्मीरी छात्र लोगों की भावनाओं न भड़कायें।” शनिवार को कुछ कश्मीरी छात्राओं के हास्टल के बाहर स्थानीय लोंगों के प्रदर्शन के छात्राओं को कमरे में बंद होने को मात्र अफवाह बताते हुए कहा कि, “ऐसा कुछ भी नहीं है। कश्मीरी छात्र और छात्राओं को डरने की जरूरत नहीं। पुलिस हर जगह मौजूद है।” उन्होंने बताया कि, “शनिवार को कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की गई थी। इसी क्रम में सभी जिलों को सुरक्षा के लिए अलर्ट किया गया है।”

पुलवामा आंतकी हमले के बाद राजधानी देहरादून सहित राज्यभर में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। देहरादून के सुद्धोवाला क्षेत्र में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं जिन संस्थानों में कश्मीरी छात्र पढ़ रहे हैं उनकी सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है, बीते रविवार को दून एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने खुद जाकर कश्मीरी छात्राओं से शुधोवाला स्थित हास्टल मेॆ मुलाकात की और कहा कि, “ऐसी अफवाहें फैलाई जा रही थी कि हास्टल मेॆ बालिकाओ को बंद किया गया हैं जो कि बिल्कुल निराधार है। हास्टल मेॆ 75 बालिकाएं रह रही है, जो देश के विभिन्न क्षेत्रों से देहरादून पढ़ने आयी है।खुद जकर मिलने के बाद एसएसपी ने कहा कि, “ऐसा कुछ भी नही है व स्थिति सामान्य है। होस्टल में रहने वाली बालिकाओ से बातचीत की जिसमे बालिकाओ द्वारा भी ऐसी अफवाहों का खंडन किया गया।

पुलवामा घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने प्रदेशभर में अलर्ट जारी कर दिया है। पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने आम लोगों से अपील की है कि, “कानून को हाथ में न लें। देशद्रोही गतिविधियों में संलिप्त लोगों की सूचना पुलिस को दें। पुलिस सख्ती से कार्रवाई करेगी।”

बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। पुलिस के एक प्रवक्ता ने यहां कहा, “देहरादून में रह रहे कश्मीरी छात्रों के उत्पीड़न से जुड़ी खबरों को लेकर जम्मू कश्मीर पुलिस ने देहरादून पुलिस से बात की है।” उन्होंने कहा कि देहरादून पुलिस ने जम्मू कश्मीर पुलिस को आश्वस्त किया है वह कश्मीरी युवाओं के प्रतिनिधियों के संपर्क में है और छात्रों की सुरक्षा के लिये सभी जरूरी इंतजाम किये गए हैं। प्रवक्ता ने कहा, “जम्मू-कश्मीर पुलिस देहरादून पुलिस के संपर्क में है।

सुरक्षित हैं हम: कश्मीरी छात्राएं

दून में रह कर पढ़ाई करने वाली कुछ कश्मीरी छात्राओं की ओर से रविवार को फेसबुक पर एक वीडियो अपलोड किया गया। इस वीडियो में छात्राओं ने कहा कि, “वह पूरी तरह से सुरक्षित हैं। उनके साथ किसी तरह का दुव्र्यवहार नहीं हुआ है। उन्हें पुलिस पर पूरा भरोसा है।”

कश्मीरी छात्रों को लेकर फैलाई जा रही हैं कुछ अफवाहें

मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि, “कश्मीरी छात्रों को लेकर कुछ अफवाहें फैलाई जा रही हैं। देहरादून में कश्मीरी छात्रों से मारपीट या प्रताड़ि‍त करने की कोई घटना नहीं हुई है। कानून व्यवस्था बनाये रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। जो भी कानून हाथ में लेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”