देहरादून। उत्तराखंड के पहाड़ों की जड़ों में बसा पूर्वोत्तर रेलवे का अंतिम रेलवे स्टेशन काठगोदाम जल्द ही यानी मार्च तक सोलर लाईट की सुविधा से लैस होगा। यह राज्य का पहला रेवले स्टेशन होगा, जहां सोलर लाइट की सुविधा बहाल होगी। इसके लिए कार्य जारी है। रेलवे देश के जिन चुनिंदा स्टेशनों पर बड़े सोलर प्लांट लगाने जा रहा है उनमें नैनीताल के काठगोदाम का नाम भी शामिल है।
जानकारी के अनुसार रेलवे यहां 150 केवी और 50 केवी के दो प्लांट लगाएगा। इससे स्टेशन, यार्ड, और रेलवे कॉलोनी में बिजली की सप्लाई की जाएगी। इसके बाद स्टेशन में फिलहाल जो काम-काज बिजली के जरिए हो रहे हैं वो आने वाले समय में सौर ऊर्जा से होंगे। इस तरह काठगोदाम उत्तराखंड का पहला सोलर रेलवे स्टेशन बन जाएगा। काठगोदाम के स्टेशन मैनेजर चयन राय ने कहा कि मार्च तक कोठगोदाम स्टेशन पर सोलर पावर से बिजली सप्लाई शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए इंजीनियरिंग विभाग ने इसे छत पर लगाने की मंजूरी भी दे दी है। उन्होंने बताया कि काठगोदाम की विशेष बात है कि यहां पर्याप्त मात्रा में धूप रहती है. यहां जाड़े के दिनों में कोहरा नहीं पड़ता है। काठगोदाम स्टेशन को सोलर पावर स्टेशन बनाया जाना सफल रहेगा। सोलर प्लांट लगाने के लिए काठगोदाम स्टेशन सबसे बेहतर स्थान है। इसीलिए इसका चयन रेल मंत्रालय द्वारा किया गया है।