उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में नए साल के अवसर पर कौसानी में पर्यटकों की आमद शुरू हो गई है। महामारी के बाद आ रहे पर्यटकों से पर्यटन व्यवसाइयों के चेहरे में खुशी की लहर है। उन्हें यकीन है कि आने वाला साल नई उम्मीदों से लबरेज होगा।
प्रदेश में बागेश्वर जिले का कौसानी विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में एक है। यहां हर साल नव वर्ष का जश्न मनाने को हजारों की तादाद में देशी-विदेशी सैलानी पहुंचते हैं, लेकिन 2 सालों से कोरोना-19 की फैली बीमारी ने पर्यटन व्यवसाय को सबसे अधिक प्रभावित किया था। साल भर पर्यटन गतिविधियां ठप रहीं, जिससे पर्यटन से जुड़े लोगों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। सैलानी कौसानी के साथ ही ऐतिहासिक गरुड़ बैजनाथ मंदिर और बागेश्वर बागनाथ मंदिर के दर्शन को भी आते थे।
व्यापार संघ अध्यक्ष बबलू नेगी का कहना है कि पहले की तुलना में काफी कम सैलानी ही यहां पहुंचे हैं, लेकिन अभी तो शुरुआत है और इसके बाद आने वाला पर्यटन सीजन अच्छा रहने की उम्मीद जताई है। अभी विदेशी सैलानी तो ज्यादा नही आ रहे हैं,ये सभी देशी सैलानी हैं। देश भर के अन्य राज्यों और बंगाल के साथ प्रदेश के अन्य जिलों नैनीताल, उधमसिंह नगर, हरिद्वार, देहरादून आदि जगहों से सैलानी रोज कौसानी पहुंच रहे हैं।
यहां से दिखाई देने वाला सूर्योदय और सूर्यास्त लोगों को काफी आकर्षित करता है। नए साल के जश्न के मौके पर इस बार यहां लगातार पर्यटक पहुंच रहे हैं। त्रिशूल पर्वत के साथ हिमालयी चोटियों का विहंगम नजारा भी दिखाई देता है।
सैलानियों ने बताया कि वे यहां बर्फ देखने आए थे, लेकिन अभी तक बर्फ गिरी नही है। यहां का मौसम काफी अच्छा है, जिससे हमारे नये साल की काफी अच्छी शुरुआत होने वाली है। हालांकि होटल व्यवसाइयों की ओर से कोविड गाइडलाइंस का भी खासा ध्यान रखा जा रहा है।