यूपी को उत्तराखंड में मिलाना चाह रही भाजपा सरकार: किशोर उपाध्याय

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देहरादून। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने एक बार फिर त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार पर एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से उत्तराखंड में मिलाने का षड्यंत्र कर रही है।

शनिवार को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने राजीव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत तथा उत्तर प्रदेश के मुख्य योगी आदित्यनाथ की भेंट में उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्र राज्य की सीमा में मिलाए जाने के संदर्भ में भी चर्चा हुई है, इसे आगे बढ़ाने को लेकर दोनों मुख्यमंत्रियों में बातचीत भी हो गई है।
किशोर उपाध्याय ने कहा कि यह स्थिति उत्तराखंड के लिए सुखद नहीं होगी। त्रिवेंद्र रावत बताएं कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के साथ मिलकर किन मुद्दों पर चर्चा की। एक बार फिर उत्तराखंड की स्थाई राजधानी का मुद्दा स्पष्ट किया जाना चाहिए। इस छोटे से प्रदेश में दो-दो राजधानियों का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि गैरसैंण हमारी भावनाओं से जुड़ा है तथा यह मांग राज्य आंदोलनकारियों की रही है। इस संदर्भ में प्रदेश सरकार को त्वरित निर्णय लेना चाहिए। उन्होंने केन्द्र सरकार पर भी इस वार्ता में प्रहार किया। उन्होंने कि प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड में सर्व मौसमी सड़क 2018 तक पूरी हो जाने का वादा किया था, लेकिन अब तक इस संदर्भ में कोई कार्रवाई भी नहीं हुई, क्या एक साल में यह सड़क तैयार हो जाएगी। उन्होंने प्रश्न उठाते हुए कहा कि लगता है कि केन्द्र और प्रदेश सरकार के पास आलादीन का चिराग है, जो पलक झपकाते इन कामों को पूरा कर देगा। उन्होंने राज्य को प्रदूषण के मसले पर भी पर कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार प्रदूषण बढ़ा है और सरकार लगातार हाथ पर हाथ धरे बैठी है, जो इस बात का संकेत है कि सरकार कुछ करना नहीं चाहती, केवल जुमलों से ही काम करना चाहती है। पत्रकार वार्ता में मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त समेत अन्य नेता उपस्थित रहे।