पैतृक घाट में शहीद को अंतिम विदाई

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गोपेश्वर। सोमवार को शहीद के पार्थिव शरीर को सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक घाट दूधगंगा में अंतिम विदाई दी गई। शहीद को उनके भतीजे अर्जून राणा व बडे भाई महाबीर सिंह ने मुखाग्नि दी।
जम्मू कश्मीर के राजौरी सैक्टर में बारुदी सुरंग में विस्फोट होने से शहीद हुए 10 गढ़वाल राइफल्स के चमोली जिले के दशोली ब्लाॅक के स्यूंण गांव निवासी सुरजीत सिंह राणा का पार्थिव शरीर सोमवार को सुबह 10 बजे उनके पैतृक गांव स्यूंण पहुंचा। शहीद के पार्थिव शरीर को देखते ही परिजन रोने बिलखने लगे। शहीद के पार्थिव शरीर स्यूण गांव में पहुंचते ही पूरा गमगीन हो गया। बंड सहित पीपलकोटी क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पडी है।युवाओ ने शहीद सुरजीत सिंह अमर रहे… के नारों से वातावरण को गुजांय मान कर दिया। माह 21 नवम्बर को दो माह की छुट्टी बिताने के बाद सुरजीत सिंह ने अपनी पोस्ट राजौरी में ड्यूटी ज्वाइन की थी। शहीद के अंतिम यात्रा में ग्राम प्रधान स्यूंण जगदीश नेगी, गा्रम प्रधान बेमरु रविन्द्र नेगी, पूर्व काबीना मंत्री राजेन्द्र भंडारी, जिलाधिकारी चमोली स्वाती एस भदौरिया, उपजिलाधिकारी चमोली परमानन्द राम, तहसीलदार चमोली सोहन सिंह, जिलापंस देवेंद्र नेगी, बण्ड संगठन के अध्यक्ष अतुल शाह, नगर पंचायत अध्यक्ष पीपलकोटी रमेश बंडवाल, प्रताप सिंह रावत समेत सैकडों लोग मौजूद थे।