ऋषिकेश, ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से सटी ग्रामीण क्षेत्र की बस्तियों के लोगों को बाघ के खतरे ने दहशतजदा कर रखा है। क्षेत्र के पार्षद राजेंद्र बिष्ट के नेतृत्व में दर्जनों युवाओं की टीम ने लोगो की दहशत को देखते हुए अब रात्रि गश्त शुरू कर दी है।
जाड़े की सर्द रातों में भी बाघ के आतंक को लेकर क्षेत्रवासियों के पसीने छूटे हुए हैं। वन विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद अभी तक बाघ को नही पकड़ा जा सका है।जबकि पिछले सप्ताह बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा बाघ प्रभावित क्षेत्र में पिंजरा लगवा दिया गया था। आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से बाघ की आहट ग्रामीण क्षेत्र के वार्ड संख्या 38, 39 और 40 में लगातार बनी हुई है। क्षेत्र के लोगों के खौफ को देखते हुए महापौर अनिता मंमगाई द्वारा क्षेत्र की झाड़ियों के कटान के तुरंत आदेश दे दिए गए थे। इसके अलावा क्षेत्र की बंद पड़ी स्ट्रीट लाइटों को भी निगम प्रशासन द्वारा दुरुस्त कराने की कवायद की जा रही है, लेकिन इन सबके बीच बाघ का खतरा लगातार क्षेत्रवासियों पर मौत बनकर मंडरा रहा है और बाघ के आतंक से क्षेत्र के लोगों में दहशत व्याप्त है। बाघ के खतरे से क्षेत्रवासियों को मुक्त कराने के लिए अब युवाओं की टीम ने भी मोर्चा खोल दिया है।
वार्ड संख्या 38 के पार्षद राजेंद्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में दर्जनों युवाओ की टीम पिछले एक सप्ताह से लगातार क्षेत्र में रात्रि 10:00 बजे से लेकर मध्य रात्रि 1:00 बजे तक लाठी ,डंडो से लैस होकर गश्त कर रही है। क्षेत्रीय पार्षद राजेंद्र सिंह बिष्ट के अनुसार पिछले सप्ताह बाघ ने हमला कर एक कुत्ते को बुरी तरह से घायल कर दिया था ।इसके अलावा भी उसकी धमक लगातार क्षेत्र में बनी हुई है। जिसको देखते हुए युवाओं को रात्रि गश्त के लिए आगे आना पड़ा है।