सड़क किनारे रात गुजारने को मजबूर कुष्ठ रोगी

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हरिद्वार, जिला प्रशासन की निष्क्रियता के चलते हरिद्वार के चंडीघाट क्षेत्र में दर्जनों कुष्ठ रोगी परिवार सर्द रातों में खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर हैं। दरअसल, तीन महीने पहले राष्ट्रपति के हरिद्वार दौरे के दौरान सुरक्षा कारणों से उजाड़े गए, इनके आवास आज तक नहीं बनाकर दिए गए हैं।

बता दें कि 23 सितम्बर को राष्ट्रपति हरिद्वार दौरे पर आए थे, इस दौरान चंडीघाट क्षेत्र में उनके कार्यक्रम को देखते हुए प्रशासन ने वहां से करीब तीन दर्जन कुष्ठ रोगियों की झुग्गियों को नई झोंपड़ियां बनवाने का आश्वासन देकर तोड़ दिया था, लेकिन कुष्ठ रोगियों के आवास को तोड़े हुए तीन महीने बीत जाने के बाद भी इनके लिए नई झोपड़ियां नहीं बनाई गई हैं। वहीं तीन माह बीत जाने के बाद भी कुष्ठ रोगियों के आवास न बनाए जाने पर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई। मामले में कोर्ट ने जिलाधिकारी और जिला कुष्ठ अधिकारी को नोटिस जारी किया है।

कुष्ठ रोगियों का कहना है कि जब बड़े-बड़े आश्रमों को जमीन लीज पर दी जा सकती है, तो कुष्ठ रोग से पीड़ित लोगों को क्यों नहीं। इस मामले में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक का कहना है कि ऐसे लोगों को सरकार मकान बनाकर देने जा रही है, जो सरकारी भूमि पर अवैध रूप से काबिज हैं। गौरतलब हो कि सरकार भले इन लोगों को आवास बनाकर देने की बात कर रही हो, लेकिन जिन लोगों के पास दो जून की रोटी के लाले पड़े हों वे इन मकान के लिए साढ़े तीन लाख रुपये कहां से लाएंगे।