भारतीय जीवन बीमा निगम रुद्रपुर शाखा के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ के आह्वान पर दो दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी है।
हड़ताल के पहले दिन सभी कर्मचारियों ने दफ्तर के गेट पर नारेबाजी करके प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने बताया कि, दो दिवसीय राष्ट्रीय हड़ताल भारत सरकार की सार्वजनिक उद्योग विरोधी व श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में की जा रही है। कहा कि, “भारत सरकार की कारपोरेट समर्थित नीति, हठधर्मिता व आमजन विरोधी नीतियों ने श्रमिक वर्ग को हड़ताल के लिए विवश कर दिया है। जब देश में बेरोजगारी चरम पर हो, किसान आत्महत्या करने को विवश हों, महिलाओं पर निरंतर अत्याचार हो रहे हों और श्रमिक विरोधी कानून बनाकर बड़े उद्योगपतियों को मलाई परोसी जा रही हो तो श्रमिकों के सामने संघर्ष के अलावा कोई विकल्प ही नहीं रह जाता।” बीमा कर्मियों ने मांग की कि लाभ कमाने वाले पीएसयूएस के विनिवेश एवं निजीकरण की नीतियां तत्काल बंद की जाएं।
एलआईसी सहित अन्य सरकारी संस्थाओं की स्वायत्ता पर हमले बंद किए जाएं। बढ़ती बेरोजगारी पर रोक लगाते हुए क्लास तीन व चार की भर्ती तुरंत की जाए। एलआईसी में पुरानी पेंशन का एक और विकल्प दिया जाए। एनपीएस को वापस लेकर सभी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन लागू की जाए, आउट सोर्सिंग पर रोग लगाई जाए। उनकी मांग है कि अगस्त 2017 से लंबित वेतन निर्धारण पर सार्थक वार्ता के लिए सरकार एलआईसी प्रबंधन को स्वीकृति प्रदान करें।
असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का न्यूनतम वेतन 18000 रुपये एवं किसानों को फसल के लागत मूल्य से 50 प्रतिशत बढ़ाकर एमएसपी किया जाए।