सरकारी विभागों में व्यवस्थाएं तो ऑनलाइन हो गई हैं लेकिन इसका कोई खास असर दिखाई नहीं दे रहा। हालात यह है कि कई विभागों में कामकाज के लिए लोगों की लंबी कतारें लग रही हैं।
आरटीओ कार्यालय में अधिकांश सेवाएं ऑनलाइन हैं। ड्राइविंग लाइसेंस आवेदन से लेकर फीस जमा करने तक की प्रकिया ऑनलाइन कर दी गई। इसके बावजूद यहां आवेदकों की लंबी कतार लगी रहती है। यहां कब तीन-चार घंटे के लिए सर्वर डाउन हो जाए, इसका पता नहीं। मंगलवार को भी एक घंटा के लिए सर्वर डाउन हुआ तो यहां कतार लग गई। शुल्क जमा कराने वालों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
इस संबंध में एआरटीओ अनीता चमोला ने बताया कि विभाग ने मैनुअल काउंटर भी बनाए हैं, जहां उपभोक्ता लाइसेंस बनवा सकते हैं।
बिजली विभाग की बात करें तो बिलिंग प्रक्रिया को और अधिक बेहतर करते हुए ऑनलाइन बिलिंग के विकल्प को मजबूत किया है। इससे बिजलीघर के बिलिंग काउंटर पर कतारें तो कम हुईं हैं लेकिन शिकायत निस्तारण के लिए अब भी आवेदक बिजलीघरों के चक्कर काटने को मजबूर हैं।
अधिकांश बैंकों का हाल भी खराब ही है। बैंकों में सर्वर लगातार डाउन ही रहता है, जिससे ग्राहकों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हरिद्वार रोड स्थित पीएनबी बैंक में आधा घंटा सर्वर डाउन रहा, जिस कारण विनीत, पूनम को अपने खाते से पैसे निकालने में दिक्कत हुई।
ऑनलाइन होने के बाद भी राजस्व विभाग में नकल निकलवाने के लिए पूरा दिन लग रहा है। अगर खसरा-खतौनी चाहिए तो दो से तीन दिन का समय लग रहा है। डाकघर का सबसे खस्ता हाल है। ऐसे में कह सकते हैं कि सरकार ऑनलाइन भले ही हो गई हो लेकिन जनता की समस्याएं कम नहीं हुई हैं।