ऋषिकेश। नये व्हीकल एक्ट के लागू होने के बाद से धड़ाधड़ हेलमेट ही नहीं बिक रहे बल्कि लाइसेंस बनवाने वालों की संख्या में भी अभूतपूर्व इजाफा हुआ है। इसमें युवतियों की संख्या सबसे ज्यादा है। इसकी पुष्टि एआरटीओ कार्यालय में लम्बी कतारों में लगी इन युवतियों को देख की जा सकती है।
उत्तराखंड की त्रिवेन्द्र रावत सरकार ने भले ही कैबिनेट की बैठक के बाद न्यू व्हीकल एक्ट के जुर्माने में कुछ रिहायत दे दी हो। इसके बावजूद चालान का खौफ अभी भी वाहन चालकों में बरकरार है। इन सबके बीच स्थिति यह है कि जैसा हाल आधार सेवा केंद्रों पर है, वैसी ही स्थिति अब एआरटीओ कार्यालय में है। मोटर व्हीकल अधिनियम में भारी जुर्माने का डर लोगों को सताने लगा है।
संभागीय परिवहन विभाग में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। हालात ये हैं कि लर्निंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन पर लम्बी वेटिंग है। संभागीय परिवहन विभाग में ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए मारामारी मची हुई है। कि अब पांच अक्तूबर तक की वेटिंग हो गई है। विभागीय कर्मचारियों ने बताया कि पहली बार ऐसा हुआ है कि ड्राइविंग लाइसेंस के लिए इतनी लंबी वेटिंग रही हो।उल्लेखनीय है कि पिछले एक सप्ताह से लाइसेंस बनवाने के लिए एआरटीओ कार्यालय में रोजाना लोगों की भीड़ उमड़ रही है। इसमे विद्यार्थियों और युवाओं की संख्या ज्यादा है। खास बात ये है कि बड़ी संख्या में युवतियां भी लाइसेंस बनवाने के लिए आरटीओ कार्यालय पहुंच रही हैं। वीरवार को विभाग में कई विद्यार्थी ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया पूछते नजर आए।