देहरादून। शिक्षित युवाओं के संगठन, मेकिंग ए डिफ्फेरेंस बाय बीइंग द डिफ्फेरेंस (मैड) संस्था की ओर से योग कक्षा की पांच दर्जन महिलाओं को कूड़े को उद्गम स्थल पर अलग अलग करने पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी गई।
देहरादून शहर की सफाई व्यवस्था और नदियों के पुनर्जीवन पर बीते सात वर्षों से काम कर रही मैड संस्था की ओर से मैड के संस्थापक अध्यक्ष अभिजय नेगी एवं सदस्यगण करण कपूर और पल्लवी भाटिया द्वारा पहले संस्था के काम से सभी योग कक्षा में आयी महलाओं को अवगत कराया गया। इसके बाद कूड़े को अलग अलग करने, उसके फायदे एवं उसके विभिन्न आयामों के बारे में सभी महिलाओं को जानकारी की गयी। इसके साथ साथ मैड द्वारा रिस्पना नदी के पुनर्जीवन पर चलाये जा रहे अभियान के बारे में भी सभी महिलाओं को सूचित किया गया और उनसे उनके हर संभव समर्थन की बात की है। सब ने अपनी ओर से श्रमदान देने की बात कही है।
गौरतलब है कि मैड संस्था ने स्वछता को लेकर ‘स्वछता सेनानी’ देहरदून शहर के हर नुक्कड़, कोने और गली में निर्धारित करने का एक अभियान चलाया हुआ है और जो अपने साथ 100 ‘स्वछता सेनानियों’ को स्वछता के विभिन्न मापदंडों की शिक्षा दीक्षा दे पायेगा उसे मैड की ओर से ‘सफाई सूरमा’ की उपाधि दी जा रही है। इस प्रस्तुति के साथ साथ मैड की ओर से एक नाटक की भी प्रस्तुति की गयी। मैड की ओर से विनोद बघियाल, शार्दुल असवाल, शिवम् बडोनी, पल्लवी भाटिया, करन कपूर मौजूद रहे।