दो साल पहले हुई दोस्ती और फिर एक साथ खनन के कारोबार को दे रहे थे अंजाम अचानक क्या हुआ कि वहीं दोस्त जो हर पल साथ रहता था इतना क्रूर हो गया कि उसने पहले बहाने से बुलाया और फिर खनन क्षेत्र के जंगल में ही गोली मारकर उसकी हत्या कर दी?
जी हां, दो दिन पूर्व हुई खनन कारोबारी की हत्या का आखिर खुलासा हो ही गया, महुआखेडागंज का रहने वाला शाहिद हुसैन अवैध खनन के कारोबार से जुडा था और कमिशन की पर्ची के आधार पर काम करता था, उसकी दोस्ती खनन के कारोबार के चलते ही मुकुन्दपुर के शीशपाल के साथ हुई थी और शीशपाल खनन के कारोबार में ट्रेक्टर चलाता था, दोनों की दोस्ती इतना अच्छी थी की एक दुसरे के घर आनाजाना भी लगा रहता था।
मगर एक दिन शीशपाल के गैर मौजूदगी में शाहिद को उसके घर से निकलते देश शीशपाल को अपनी पत्नी और शाहिद पर शक होने लगा था, जिसके चलते वो शाहिद से रंजीश रखने लगा, वहीं कुछ दिन से खनन कारोबार में आयी कमी के चलते शीशपाल पैसों के लिए भी मोहताज था, तभी शाहिद के पास लाखों रुपये होने की सूचना पर शीशपाल ने शाहिद को झूठ बोलकर बुलाया और मौका देख कर तमन्चे से गोली मार कर उसकी हत्या कर दी।
वहीं दो दिन तक पुलिस हाथ पैर तो मारती रही तभी मोबाईल की काल डिटेल के आधार पर पुलिस ने जब शीशपाल से पुछताछ की तो पुरी घटना का शीशपाल ने खुद ही बखान कर दिया।वहीं पुलिस को शीशपाल के पास के तम्न्चा कारतूश और कैश भी बरामद हुआ है।