जेईई में 226 अंको के साथ मारतंड ने नाम किया रोशन

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देहरादून। हारने का डर और खुद पर भरौसे ने कई बार तोड़ा। लेकिन, हर बार मेरे माता पिता मेरे लिए नई उर्जा और विश्वास की ताकत बनकर मेरे साथ खड़े हो गए। यही कारण है कि मैने परीक्षा में सफलता हासिल की। यह कहना है ऋषिकेश के मारतंड दूबे का। मारतंड ने जेईई मेंस परीक्षा में शानदार 226 अंक हासिल कर राज्य के टॉपर्स में जगह बनाई।
मूल रूप से ऋषिकेश के रहने वाले मारतंड के पिता एके दुबे पेशे से शिक्षक हैं। उनकी माता भी शिक्षिका है। बचपन से उनकी शिक्षा का जिम्मा दोनों माता पिता ने ही उठाया। मारत़ं ने बताया कि दसवीं तक ऋषिकेश पब्लिक स्कूल से पढ़ाई करने के बाद 11वीं और 12वीं की पढ़ाई दिल्ली के होप हॉल फज्ञउंडेशन स्कूल से की। इस बीच जेईई की तैयारी भी जारी रखी। मारतंड ने बताया कि उन्हें कई बार ऐसे लगा कि वे परीक्षा की बाधा पार करने में सफल नहीं होंगे। मेटीवेशन की कमी इस कद्र बढ़ गई कि सपना अधूरा रहने का डर सताने लगा। लेकिन उनके माता पिता और शिक्षकों ने उनकी हिम्मत बढ़ाई। मारतंड ने बताया कि केमिस्ट्री के शिक्षक मुकेश भारद्वाज और कोचिंग संस्थान के निदेशक ने उनका हौंसला बढ़ाया। यही हौंसला था कि उन्होंने सफलता हासिल की।
एरो इंजीनियरिंग में है रूचि
मारतंड जेईई एडवांस क्वालिफाई करने के बाद एरो स्पेस इंजीनियरिंग में भविष्य बनाने की चाह रखते हैं। मारतंड का सपना है कि वे कानपुर आईआईटी से एरो स्पेस इंजीनिरिंग की शिक्षा हासिल करें। मारतंड ने बताया कि उनकी प्राथमिकताओं में दिल्ली आईआईटी भी शामिल है। यदि दिल्ली आईआईटी में दाखिला मिलता है तो वे इंजीनियरिंग फिजिक्स कोर्स का चुनाव करेंगे।