हरिद्वार, गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए देशभर से गंगा प्रेमी मातृसदन में आयोजित हो रहे दो दिवसीय गोष्ठी के लिए एकत्रित होंगे। दो दिवसीय गोष्ठी 19 और 20 जनवरी को आयोजित किया जाएगा। जिसमें स्वामी सानंद द्वारा उठाई गई मांगों को सरकार से लागू कराने को लेकर दबाव बनाने की रणनीति तैयार की जाएगी।
विदित हो कि संसद में गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए विशेष गंगा विधेयक पास करवाने के लिए स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद ने 111 दिनों का अनशन किया था। स्वामी सानंद की मौत के बाद अभियान को आगे बढ़ाते हुए मातृसदन के ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद 24 अक्टूबर 2018 से आमरण अनशन कर रहे हैं। लेकिन 84 दिन बीत जाने के बाद भी सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही।
स्वामी सानंद की मांगों को पूरा करने की मांग उठाने के लिए मातृसदन में 19 और 20 जनवरी को मंथन किया जाएगा। साथ ही सरकार का ध्यान मूल समस्याओं की तरफ लाने के लिए और आगे की रणनीति बनाने के लिए विचार-विमर्श किया जाएगा। साथ ही गोष्ठी में बनी रणनीति के आधार पर ही आंदोलन को आगे बढ़ाया जाएगा। इस गोष्ठी में नर्मदा बचाओ आंदोलन से जुड़ी मेधा पाटकर सहित कई पर्यावरणविद गंगा पर अपने विचार रखेंगे और अपने शोध प्रस्तुत करेंगे।