देहरादून, मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया (एमसीआई) की टीम ने सोमवार को जिला चिकित्सालय से उच्चीकृत होकर दून मेडिकल कॉलेज बने दून अस्पताल की व्यवस्था परखी। दून अस्पताल का निरीक्षण करने आई एमसीआई की टीम ने कई क्षेत्रों में व्यवस्थाओं को देखा और व्यवस्थाओं के सुधार को कहा ताकि मेडिकल काॅलेज जैसी व्यवस्था मिल सके।
एमसीआई टीम ने फिलहाल यहां की व्यवस्था पर असंतोष व्यक्त किया है। हर नये सत्र के लिए व्यवस्थाएं चाक चौबंद और मेडिकल छात्रों को समग्र ज्ञान मिले, इसके लिए पहले से ही एमसीआई द्वारा मेडिकल कॉलेजों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया जाता है। यदि किसी अस्पताल में व्यवस्थाएं सही नहीं पायी जाती तो उसके भविष्य पर संकट आने की संभावना बन जाती है। हालांकि कुछ लोग इसे महज औपचारिकता ही मानते हैं। दून अस्पताल पहुंची एमसीआई की टीम ने सोमवार को वाह्य रोगी कक्ष (ओपीडी) की स्थिति का भी निरीक्षण किया साथ ही साथ महिला एवं पुरूष वार्डों का भी निरीक्षण किया।
देहरादून का सबसे बड़ा अस्पताल जो अब दून मेडिकल काॅलेज हो गया है, में एमसीआई की टीम को कई तरह की अव्यवस्थाए नजर आयी। नये सत्र की शुरूआत से पहले की जाने वाली इस जांच के बाद टीम का क्या रूख रहता है इसका पता तो बाद में चलेगा लेकिन अस्पताल आने वाले मरीज अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं से संतुष्ट नहीं रहते है आये दिन अस्पताल की मशीनों में आने वाली खराबी के कारण मरीजों को जांच तक बाहर से करवानी पड़ती है। जांच टीम द्वारा अस्पताल की आपात सेवाओं व मोर्चरी तक की व्यवस्थाओं की जांच की गयी है।
प्राचार्य डाॅ आशुतोष सयाना ने बताया कि, “एमसीआई की टीम आयी हुई है और अभी निरीक्षण चल रहा है। ऐसे में टीम के जाने के बाद ही उनकी आख्या तथा उनके बारे में जानकारी दी जा सकेगी।” डाॅ सयाना का कहना है कि, “टीम मेडिकल काॅलेज के प्रबंधन से असंतुष्ट नहीं है और छात्रों के हित में ही एमसीआई का फैसला होगा।”