राजकीय मेडिकल कालेज श्रीनगर से संबद्ध बेस अस्पताल प्रबंधन मरीजों की जान से खेल रहा है। यहां वर्षों से अग्नि सुरक्षा व्यवस्था के मानकों से खिलवाड़ हो रहा है। अग्निशमन विभाग के अधिकारी अस्पताल का निरीक्षण कर दो बार नोटिस दे चुके हैं। लेकिन अस्पताल प्रबंधन के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। वहीं अब जिलाधिकारी ने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताते हुए अग्निशमन सुरक्षा व्यवस्था के सभी मानकों को 24 घंटे के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं।
– अग्निशमन सुरक्षा व्यवस्था के मानकों को नहीं किया जा रहा है पूर्ण
– अग्निशमन विभाग के अधिकारी बेस अस्पताल का निरीक्षण कर दो बार दे चुके हैं नोटिस
– अब जिलाधिकारी ने दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम
इस अस्पताल का पीछा विवादों से नहीं छूट पा रहा है। कुछ दिन पूर्व अस्पताल में कोविड व्यवस्थाओं को लेकर एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें अस्पताल प्रबंधन की भारी लापरवाही व अव्यवस्थाओं पर बातचीत हो रही थी। अब बेस अस्पताल की अग्निशमन सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठें हैं। अग्निशमन अधिकारी पौड़ी ने बेस अस्पताल के कोविड सेंटर का 14 जनवरी को निरीक्षण किया था, जिसमें अग्निशमन सुरक्षा के मानक पूरे नहीं पाए गए थे, जिस पर अग्निशमन अधिकारी ने अस्पताल प्रबंधन को जल्द मानकों को पूर्ण किए जाने का नोटिस दिया था।
उन्होंने 26 अप्रैल को एक बार फिर अस्पताल के कोविड सेंटर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को जायजा लिया, लेकिन स्थिति जस की तस मिली। अस्पताल प्रबंधन की ओर से मानकों को पूर्ण करने का कोई प्रयास तक नहीं किया गया था। अग्निशमन अधिकारी ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी डा. विजय कुमार जोगदंडे से की। जिलाधिकारी डा. जोगदंडे ने मामले पर कड़ी नाराजगी जताते हुए मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. सीएमएस रावत को 24 घंटे के भीतर बेस अस्पताल में अग्निशमन सुरक्षा व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के निर्देश दिए हैं।
जिला अधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे का कहना है कि बेस अस्पताल श्रीनगर में अग्नि सुरक्षा मानकों के पूर्ण न होने की शिकायत अग्निशमन विभाग से मिली थी। मेडिकल कालेज के प्राचार्य को 24 घंटे के भीतर मानक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। नोटिस के बाद प्राचार्य ने दो दिन का समय मांगा है।