तमिल सुपरस्टार रजनीकांत उत्तराखंड के अल्मोड़ा में द्वाराहाट पहुंचे, अपनी इस यात्रा को उन्होंने “हिमालय में आध्यात्मिक यात्रा” का नाम दिया। यहां पहुंच कर पांडवखोली की एक गुफा में उन्होंने ध्यान और साधना की जहां उनके आध्यात्मिक गुरु महावत्र बाबा एक समय पर रह चुके हैं।
सुपरस्टार रजनीकांत ने पांडवखोली के योगोदा सत्संग सोसाईटी आश्रम में 19 मार्च तक यानि सोमवार तक चिंतन करने का प्रोग्राम है जो आश्रम स्वामी वासुदेवनंदा ने स्थापित किया है। रविवार को उन्होंने पौराणिक पांडवखोली गुफाओं के अंदर योग,ध्यान और अभ्यास किया, जहां पांडवों को अपने 12 साल के वनवास के दौरान विश्राम किया था।
अपनी इस यात्रा के दौरान रजनीकांत बहुत से फैन्स से भी मिले।ऐसे ही उनके कुछ फैन्स में से एक द्वाराहाट की निशा पंत भी हैं जिन्होंने ना केवल रजनीकांत से मुलाकात की बल्कि रजनीकांत के साथ फोटो भी खिंचवाईं। निशा ने बताया कि “रजनीकांत स्वाभाव से बहुत ही सरल हैं और उनका रहन-सहन भी एकदम आम आदमी जैसा है।इतने बड़े स्टार होने के बाद भी रजनीकांत सबका हाथ जोड़ कर विनम्रता से अभिवादन कर रहे थे और उन्होंने बच्चों के साथ फोटो भी खिंचवाई। शनिवार को सुबह से ही रजनीकांत को देखने के लिए उनके प्रसंशकों का जमावड़ा लगा हुआ था और रजनीकांत हमारी अपेक्षाओं से कहीं ज्यादा अच्छे इंसान हैं।”
सुपरस्टार की एक झलक पाने के लिए शनिवार सुबह से ही प्रशंसकों और निवासियों भीड़ इकट्ठा हो गई थी, जिन्हे लोगों के बीच “थलाइवा” रूप में जाना जाता है। कुछ दिन पहले रजनीकांत ने ऋषिकेश का दौरा किया था, जहां उन्होंने स्वामी दयानंद आश्रम में संतो से मुलाकात की थी। अभिनेता से राजनेता बने रजनीकांत आश्रम में एक भक्त और नियमित आम आदमी की तरह आते रहते हैं।
रजनीकांत के साथ-साथ उनका यह हिमालय का सफर द्वाराहाट के लोगों के लिए भी यादगार रहेगा क्योंकि उन्हें रजनीकांत को देखने के साथ ही उनसे मिलने का मौका भी मिला।