मुख्यमंत्री रावत ने उच्चाधिकारियों के साथ कोरोना वायरस (कोविड – 19) के सम्बन्ध में बैठक की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कोविड – 19 के संक्रमण की अद्यतन जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अगले कुछ दिनों में कमजोर आर्थिक वर्ग के लिए किसान सम्मान निधि, विधवा, दिव्यांगों, महिला जनधन खातों में धनराशि वितरित होनी है। इसके लिए बैंकों में भीड़ न लगे, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए बैंकों के साथ बैठक कर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश ने चारे की समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य व जिलों की सीमाएं बंद होने के कारण जो लोग यहां रह गए हैं उनके लिए रहने – खाने की उचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ाई में वॉलंटियर्स की मदद भी ली जा सकती है। भारत सरकार द्वारा एनसीसी के उपयोग को स्वीकृति दे दी गई है। ऐसी परिस्थितियों के मद्देनजर एनसीसी वॉलंटियर्स को प्रशिक्षित किया जा सकता है।
सचिव स्वास्थ्य श्री नितेश झा ने बताया कि राज्य कोविड – 19 के लिए पूरी तरह से तैयार है। क्वारंटाइन के लिए व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। चिकित्सकों की भर्ती लगातार जारी है। उन्होंने कहा कि अगले एक माह में राज्य में कुल पदों के सापेक्ष 90 प्रतिशत पद भर दिए जाएंगे। आवश्यकता पड़ने पर अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए आईसीयू और वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाई जायेगी और एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाएगी।
बताया गया कि तब्लीग से विभिन्न राज्यों से आए लोगों की जानकारी प्राप्त हो गई जिन्हें ट्रेस किया जा रहा है। ऐसे लोगों को आसपास के क्षेत्रों में क्वारेंटाइन किया जा रहा है। जिन्हें लक्षण पाए जाने पर अस्पताल म भर्ती कराया जाएगा। प्रमुख वन संरक्षक श्री जयराज ने कहा कि वन विभाग के रेस्ट हाउसों को क्वारेंटाइन के उपयोग हेतु प्रयोग में लाए जा सकते हैं।