मास्को, दुनिया के सबसे महंगे खिलाड़ी लियोनेल मेसी का जादू एक बार फिर नहीं चला, जिसका खामियाजा अर्जेंटीना के चुकाना पड़ा। गुरुवार को खेले विश्वकप के मुकाबले में गत उपविजेता को यूरोपीय क्रोशियाई टीम से एक तरफ़ा मैच में हरा दिया।
इससे पहले, मेसी ने पहले मैच में एक नई नवेली टीम आइसलैण्ड के ख़िलाफ़ पेनल्टी किक गंवाई था तब उनकी टीम को एक-एक से ‘ड्रा’ खेलना पड़ा था। इसके बाद ख़िताब की दावेदार और चार बार फ़ीफ़ा कप विजेता अर्जेंटीना को हाफ टाइम तक बिना गोल के मैच में सेकेंड हाफ में एक-एक कर तीन गोल से परास्त होना पड़ा। इस हार के बाद सभी की जुबां पर बस एक ही बात थी कि अर्जेंटीना एक टीम की तरह खेल ही नहीं पाई। ग्रुप-डी में अर्जेंटीना दो मैच खेल कर आइसलैण्ड के बाद तीसरे स्थान पर है और उसे अंतिम सोलह के नॉकआउट में पहुंचने के लिए अब दुआ ही करनी होगी। साथ ही उसे 26 जून को ग्रुप के अंतिम मैचों में नाइजेरिया को बेहतर गोल अंतर से हराना होगा और उम्मीद करनी होगी कि आइसलैण्ड को क्रोशिया बुरी तरह परास्त करे।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली से एक तिहाई जनसंख्या वाले देश क्रोशिया ने सन् 1998 में पहली बार फ़ीफ़ा कप खेलते हुए तीसरे स्थान पर जगह बनाई थी। तब वह सेमीफ़ाइनल में फ़्रांस से हार गई थी लेकिन तीसरे स्थान के लिए उसने नीदरलैण्ड को हराया था। तत्पश्चात क्रोशिया अपना प्रदर्शन दोहरा नहीं पाई। मगर इस बार उसका प्रदर्शन शानदार है। आगामी 26 जून को अर्जेंटीना का नाइजेरिया से और क्रोशिया का आइसलैण्ड से ग्रुप का अंतिम मैच होना है।